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- आस्था की ओर बढ़ते कदम महाराज, आचार्य श्री तुलसी जी महाराज, आचार्य श्री सुशील कुमार, आचार्य श्री विमल मुनि जी महाराज, उपप्रर्वतनी श्री स्वर्णकांता जी महाराज, भण्डारी श्री पदम चन्द जी महाराज, वर्तमान आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी महाराज, प्रवर्तक श्री फूल चन्द जी महाराज, श्री रत्न मुनि जी महाराज, आत्मनिधि मुनि श्री त्रिलोक चंद जी, मुनि श्री जय चन्द जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त था। फिर हमारा हाथ उपप्रवर्तनी श्री स्वर्णकांता जी महाराज ने थामा। उन्होंने आखिरी श्वास तक साथ निभाया। आज हम जो हैं, जैसे हैं वह सव पंजाबी जैन साहित्य व साध्वी श्री स्वर्णकांता जी महाराज के आशीवाद से हैं। उनके स्वर्गवास के बाद उनके इस कार्य को उनकी शिष्या साध्वी श्री सुधा जी महाराज वढ़ा रही हैं।
हमारा साहित्य
मैं अपने सारे साहित्य का वर्गीकरण इस प्रकार करता हूं : विषय
भाषा अनुवादित साहित्य - अर्धमागधी प्राकृत २. अनुवादित साहित्य - हिन्दी ३. अनुवादित साहित्य - संस्कृत हमारी मूल रचनाएं : . . . १. मूल साहित्य - पंजावी २. मूल साहित्य - हिन्दी सम्पादित साहित्य : १. सम्पादित ग्रंथ २. अभिनंदन ग्रंथ ३. पुरुषोत्तम प्रज्ञा
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