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________________ ५८८ 463 क्ली ब्लू दा द्रो ज्वाळा मालिनी सर्वग्रह उच्चा र पर C लघुविद्यानुवाद श्री महा मृत्यु जय ज्वाला मालिनी यन्त्र न० ६७ नमः नमः म ही भल्य नमः क्यू वै नमः एक ड्रीत्रिंश ॐ ही वरदा ॐ ह्रीं सूरा ॐ ही नाग यिन्यै नमः सनधारि पासधारिण्ये सुधारि ज्ये नमः नमः न्यै नमः नमः नमः हीडा "देव्यै म र्चेभ्यो नमः 4 x ॐॐ ही हल्ल्यू नमः ॐयूँ ही म नमः न ॐ भ्यो नमः सिद्धे क्ली निर्देशनम You उपाध्या भ्योनमः A 93 स आं शि ध्र The & 地址 यह BULLY कहा ॐ हीच ॐडी झष ● दीं धनुर्धारि ॐ ही मानुि आई दूँ धारि धारिण्यैन ज्ये नम. भ्यो नमः ण्यै नमः ॐ धारिण्यै जम, म, ही इंद्राणि देव्यै भ्यो इ This oft 女人 सर्व साधु भ्यो नमः, श्रीदेव्य 2Enfeur می वै नमः शि नमः ॐ ह्रीं ही कर्फ्यू नमः Jewel P Yow+t न हू LOAD Prapt नमः ॐल्यू नमः 1 झं क्री यन्त्र में लिखित मन्त्र का सवालक्ष प्रमाण विधि पूर्वक जप करने से सर्व प्रकार को ग्रपमृत्यु का नाश होता है ।
SR No.009991
Book TitleLaghu Vidhyanuvad
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKunthusagar Maharaj, Vijaymati Aryika
PublisherShantikumar Gangwal
Publication Year
Total Pages774
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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