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लघुविद्यानुवाद
इस यन्त्र को नागरवेल के पत्ते पर आक के दूध मे अखरोट ३ पीसकर साथ मे राइ भी मिलावे, और यन्त्र इससे लिखकर दीप शिखा मे दिन तीन तक जलावे तो रम्भा भी वश मे हो जाय तो अन्य की तो बात ही क्या ? दृष्ट प्रत्यक्ष ।।५०।।
__ यत्र न० ५१
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२७०४५ ही १२१५ उर्जनस्यमुखीमन
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इस यन्त्र को आक के पत्ते पर अष्टगन्ध से लिखकर ऊपर शिला, नीचे शिला, बीच मे यन्त्र रखना, तो शत्रु वश्य होता है ॥५१॥
यत्र न० ५२
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