________________
लघुविद्यानुवाद
५४४
विभिन्न प्रकार के रोग एवं कष्ट निवारण हेतु यन्त्र यन्त्र न०१
यन्त्र न० २
।
४२
४६.
-
४८
४३
__ ३४
| '४४
।
४७
इस यन्त्र को भोत्र पत्र पर अष्टगध से लिख कर पास मे रखने से दुष्ट मनुष्य का मुख स्तभन होता है ।। १ ।।
इस यन्त्र को अष्टगंध से भोजपत्र पर लिखकर पास मे रक्खे तो स्त्री .. का गर्भ,अधूरा नही गिरे ॥२॥
यन्त्र न. ३
____७६
देवदत्त
४६
।
७३
__७३
इस यन्त्र को रविवार के दिन अष्टगध से भोजपत्र पर लिखकर ताबोज मे डालकर गले मे पहने तो मृत वत्सा गर्भ रहे ॥ ३ ॥