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लघुविद्यानुवाद
इस यन्त्र को भोजपत्र पर अथवा सोना चादी, ताबे के पत्रे के ऊपर लिखकर सुगन्धित द्रव्य से लिखकर अष्ट द्रव्यो से पूजा करे। १०८ वार मत्र का जाप करे । तो विद्या सिद्ध होती है। सर्व विष, शत्रु भय नाश होता है। मत्र पूर्व दिशा मे मुखकर, लाल आसन पर बैठकर लाल माला से जाप करे । जाप का मत्र--ॐ नमो पद्मावती सर्व कामना सिद्धि ह्रा ह्री नमः।
यन्त्र नं०६
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कलाप्यालोलोत्पल दल नरनिरालद्वाहवानि।
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पोपमासनस्यव्यय नय बुरित रक्षमादेवितेवेन्द्रबंदे।
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उपमालास्फुलिग स्फुरूवल्ण करूदग्रवज्रांग हस्ते ।।
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भय निवारक यंत्र
स्तोत्र
श्लोकार्थ नं. ३ मन्त्र विधि (६) इस श्लोक पाठ से सब प्रकार की हत्या के अपराध दूर होते है । मन्त्रोद्धार -ॐ ह्रां ह्री ह ह्रः हर २ हः हः ठः ठः ।
इस मत्र को एकाग्रचित होकर स्मरण करने से सब प्रकार के उपसर्ग दूर होते है। इदानी शातिक पौष्टिक तुष्टिक यत्र विषहर यत्र मत्र सप्रपचमाह--