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उवास गदसाणं छट्ठ अज्झयणं ।
तर णं से कुण्डकोलिए समवासर' समणं भगवं महावीर वन्दइ नमसइ, २त्ता पसिणाई पुच्छइ, २त्ता अट्ठमादियइ, २त्ता जामेव दिसं पाउन्भूर, तामेव दिसं पडिगए ॥ १७६॥ सामी बहिया जणवयविहारं विहरइ ॥ १७७॥
तर णं तस्स कुण्डकोलियस समणावासयस्स बहूहिं सोल जाव* भावेमाणस्स चादसौं संवच्छराई वइक्कन्ताई। पपरसमस संवच्छरस्म अन्तरा वट्टमाणस्स अन्नया कयाइ जहा कामदेवा तहा जेट्टपुत्त ठवेत्ता तहा पोसहसालाए जाव धम्म
* Supply the rest from $ 66, on p. po. † See $ 92, and supply the full account from $ $ 66-69.
TA B DEG om. २A B D E F om. २त्ता। ३F दिसिं। ४ B only गए, D E पडिगया । ५ B & for तए णं ; DEG om. तए णं । A D E F बहहिं। ७F G चउद्दस ।
A B C D G संवच्छरा न्ता । A B वीइक्क०, D E विइक्क । १० A B add य । ११ A जेडं पुत्तं । १२ A G कुटंबे दृवित्या, D.हवेत्ता, Eठवेद २त्ता, F दृवित्ता ।