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महाबलजन्मादिवर्णनम्
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अट्ठ खुज्जाओ, जहा उववाइए, जाव अट्ठ पारिसीओ, अट्ठ छत्ते, अट्ठ छत्तधारीओ चेडीओ, अट्ठ चामराओ, अट्ठ चामरधारीओ चेडीओ, अट्ठ तालियण्टे, अट्ट तालियण्टधारीओ चेडीओ, अट्ट करोडियाधारीओ चेडीओ, अट्ट खीरघाईओ, जाव अट्ठ अङ्कधाईओ, अट्ठ अङ्गमद्दियाओ, अट्ट उम्मद्दियाओ, अट्ट ण्हावियाओ, अट्ठ पसाहियाओ, अट्ठ वण्णगपेसीओ, अट्ट चुण्णगपेसीओ, अट्ठ कोट्ठागारीओ, अट्ठ दवकारीओ, अट्ट उवत्थाणियाओ, अट्ठ नाडइजाओ, अट्ठ कोडुम्बिणीओ, अट्ट महाणसिणीओ, अट्ट भण्डागारिणीओ, अट्ट अज्झाधारिणीओ, अट्ट पुष्पधारणीओ, अट्ठ पाणिधारणीओ, अट्ठ बलिकारीओ, अट्ठ सेजाकारीओ, अट्ठ अन्भिन्तरियाओ पडिहारीओ, अट्ठ बाहिरियाओ पडिहारीओ अट्ठ मालाकारीओ, अट्ट पेसणकारीओ, अन्नं वा सुबहुं हिरण्णं वा कंसं वा दूसं वा विउलधणकणग जाव 'सन्तसारसावरजं, अलाहि जाव आसत्तमाओ कुलवंसाओ पकामं दाउं, पकामं भोत्तुं, पकामं परिभाएउं । तए णं से महब्बले कुमारे एगमेगाए भजाए एकमेगं हिरण्णकोर्डि दलयइ, एगमेगं सुवण्णकोर्डि दलयइ, एगमेगं मउडं मउडप्पवरं दलय, एवं तं चैव सव्वं जाव एगमेगं पेसणकारि दलयइ, अन्नं वा सुबहुं हिरण्णं वा जाव परिभाएउं । तए णं से महम्बले कुमारे उप्पि पासायवरगए जहा जमाली जाव विहरइ ॥
१९. तेणं कालेणं तेणं समरणं विमलस्स अरहओ पओपर धम्मघोसे नामं अणगारे जाइसंपन्ने, वण्णओ जहा केसिसामिस्स, जाव पञ्चहिं अणगारसपर्हि सद्धिं संपरिवुडे पुव्वाणुपुव्विं चरमाणे गामाणुगामं दृइजमाणे जेणेव हथि