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श्रीमत्कुन्दकुन्दाचार्य विरचितश्रीप्रवचनसार टीका
प्रथम खण्ड ज्ञानतत्वदीपिका
अथवा
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टीकाकार--- श्रीमान् जैनधर्मभूषण व शीतलप्रसादा समयसार, नियमसार, समाधिशतक, इष्टोपदेशादिके
उल्याकर्ता तथा गृहस्थधर्म, आत्मधर्म आदिके रचयिता,
ऑ० सम्पादक, " जैमित्र "-सूरत ।
प्रकाशक
मूलचन्द किसनदास कापड़िया-सूरत । प्रथमावृत्ति] कार्तिक वीर सं० २४५० [प्रति १३०० " जैनमित्र "के २४वें वर्षके ग्राहकोंको सेठ गिरधारीलालजी
कलकत्ताकी ओरसे मेट। ।
मूल्य रु०१-४-० 99999999999999999999*