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अध्याय - २
For one, two, or three instants (the soul remains) non-assimilative.
सम्मूर्च्छनगर्भोपपादा जन्म ॥३१॥
[ सम्मूर्छनगर्भउपपादाः ] सम्मूर्छन, गर्भ और उपपाद तीन प्रकार का [ जन्म] जन्म होता है।
Birth is by spontaneous generation, from the uterus or in the special bed.
सचित्तशीतसंवृताः सेतरा मिश्राश्चैकशस्तद्योनयः ॥३२॥
[सचित्त शीत संवृताः ] सचित्त, शीत, संवृत [ सेतरा] उससे उलटी तीन - अचित्त, उष्ण, विवृत [च एकशः मिश्राः] और क्रम से एक एक की मिली हुई तीन अर्थात् सचित्ताचित्त, शीतोष्ण और संवृतविवृत [ तत् योनयः ] ये नव जन्मयोनियाँ हैं।
Living matter, cold, covered, their opposites, and their combinations are the nuclei severally.
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