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________________ २५५ - आगमसूत्र-हिन्दी अनुवाद भाग-१- से-१२ भाग-१ | आचार, सूत्रकृत भाग-२ |स्थान, समवाय भाग-३ | भगवती-(शतक-१-से-१०) भाग-४ | भगवती-(शतक-११-से-२९) भाग-५ भगवती (शतक-३०-से-४१) ज्ञाताधर्मकथा, उपासकदशा भाग-६ | अन्तकृद्दशा, अनुत्तरोपपातिकदशा, प्रश्नव्याकरण, विपाकश्रुत, औपपातिक, राजप्रश्नीय भाग-७ | जीवाजीवाभिगम, प्रज्ञापना (पद-१ से ५) भाग-८ | प्रज्ञापना (पद-६ से ३६) सूर्यप्रज्ञप्ति, चन्द्रप्रज्ञप्ति भाग-९ | जंबूद्वीपप्रज्ञप्ति, निरयावलिका, कल्पवतंसिका, पुष्पिता, पुष्पचूलिका, वण्हिदशा, चतुःशरण, आतुरप्रत्याख्यान महाप्रत्याख्यान, भक्तपरिज्ञा भाग-१० तंदुलवैचारिक, संस्तारक, गच्छाचार (चन्द्रवेध्यक), गणिविद्या, देवेन्द्रस्तव, वीरस्तव, निशीथ, बृहत्कल्प, व्यवहार, दशाश्रुतस्कन्ध, जीतकल्प, महानिशीथ (अध्ययन-१ से ४) | भाग-११ | महानिशीथ (अध्ययन-५ से ८), आवश्यक, | ओधनियुक्ति, पिंडनियुक्ति भाग-१२ | दशवैकालिक, उत्तराध्ययन, नन्दी, अनुयोगद्वार
SR No.009779
Book TitleAgam Sutra Hindi Anuvad Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherAgam Aradhana Kendra
Publication Year2001
Total Pages257
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size9 MB
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