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(६८२) पत्ते य पउरलंभे भुत्तुव्वरिए य सेसगमणड्डा दिट्ठो संजोगो खलु अह कूकमो तस्सिमो होइ (६८३) रसहेउं पडिसिद्धो संयोगो कप्पए गिलाणट्ठा जस्स व अभत्तछंदो सुहोचि ओऽ माविओ जो य (६८४) बत्तीसं किर कबला आहारो कुच्छिपूरओ भणिओ पुरिसस्स महिलियाए अट्ठावीसं भवे कवला (६८५) एतो किणाइ हीणं अद्धं अद्धऽद्धगं च आहार साहुस्स बिति धीरा जायामायं च ओमंच (६८६) पगामं च निगामं च जो पणीयं भत्तपाणमाहारे अइबहुयं अइबहुसो पम्ाणदोसी मुणेयव्वो (६८७) बत्तीसाइ परेणं पगाम निचं तमेव उ निकामं पुण गलंत पणीयमिति तं बुहा बेति (६८८) अइबहुयं अइबहुसो अइप्पमाणेण भोयणं भोत्तु हाएस व वामिज व मारिञ्ज व तं अजीरंतं ( ९८९) बहुयातीयमइबहुं अइबहुसो तिन्नि तिनि व परेणं तं विय अइप्यमाणं भुंजड़ जं वा अतिप्पंतो (६९०) हियाहारा मियाहारा अप्पाहारा य जे नरा
न ते विना तिगिच्छंति अप्पाणं ते तिगिच्छ्रगा (६९१) तेलदहिसमा ओगा अहिओ खीरदहिकंजियाणं च पत्यं पुण रोगहरं न य हेऊ होइ रोगस्स
(६१२) अद्धमसणस्त सव्वंजणस्स कुजा दवस्स दो भागे वाऊपवियारणट्ठा छष्मायं ऊणयं कुञ्जा
(६९३) सीओ उरिणो साहरणो य कालो तिहा मुणेयव्वो साहारणमि काले तत्याहारे इमा मत्ता
(९९४) सीए दवस्स एगो भत्ते चत्तारि अहद दो पाणे उसिणे दवस दोनि उ तिनि व सेसा उ भत्तस्स (६९५ ) एगो दवस्स भागो उवट्ठितो भोयणस्स दो भागा बति यहायंति व दो दो भागा उ एक्केक्के ( ६९६ ) एत्थ उ तइयचउत्था दोण्णि य अणवट्टिया भवे भागा पंचमछट्टो पढमो बिइओविं अवट्टिया भागा (६९७) तं होइ सइंगालं ज आहारेइ मुच्छिओ संतो तं पुण होइ सधूमं जं आहारेइ निंदंती ( १९८ ) अंगारत्तमपत्तं जलमाणं इंधणं सधूमं तु अंगारत्ति पाइ तं चिय दड्ढं गए धूमे (६९९) रागग्गिसंपलित्तो भुंजतो फासूर्यपि आहारं निद्दड्टंगालनिभं करेइ चरणिंधणं खिष्पं
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नियुत्ति (६८२ )
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||६४०|| -840
||६४१ ||-841
||६४२||-842
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||६४४||-644
||६४५|| -645
||६४६|| 646
||६४७॥-47
||६४८|| 848
||६४९|| -649
||44011-850
1144911-851
||६५२॥ 882
||६५३||859
||६५४|| 854
||६५५१-655
॥६५६|| -658
॥६५७|| 57