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महा ५९२
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( ५९२ ) विज्झाउत्ति न दीसह अग्गी दीसे इंधणे छूटे आपिंगल अगणिकणा मुम्पुर निशाल इंगाले (५९३) अप्पत्ता उ चउत्ये जाला पिढरं तु पंचमे पत्ता छट्टे पुण कण्णसमाजाला समइच्छिया चरिमे ( ५९४ ) पासोलित्तकडा परिसाडी नत्थि तंपिय विसालं सोऽविय अचिरच्छूढो उच्छुरसो नाइउसिणो य (५१५) उसिणोदपि घेप्पइ गुडरसपरिणामियं अणधुसिणं जं च अधष्ट्रियकत्रं पट्टियपडणंमि मा अग्गी ( ५९५ ) पासोलित्तकडाहेऽनघुसिणे अपरिसाइऽधट्टते सोलस मंगविगप्पा पढमेऽणुत्रा न सेसेसु (५९७) पयसमदुग अब्यासे माणं भंगाण तेसिमा रपणा एगंतरियं लघुगुरुदुगुणा दुगुणा य वामेसु (५९८ ) दुविहविराहण उसिणे कुण हाणी य माणभेओ य वाउक्खित्तानंतरपरंपरा पप्पडिय वत्वी
(५९९) हरियाइ अतरिया परंपरं पिढरमाइसु वर्णमि पूपाई पिट्ठऽनंतर भरिए कुउबाइसू इयरा (१००) सच्चित्ते अचित्ते मीसग पिहियंमि होइ घउमंगो आइतिगे पडिसेहो चरिमे मंगंमि मयणा उ (६०१ ) जह चेद उ निक्खित्ते संजोगा चैब होति मंगाय एमेव य पिहियंमिवि नाणत्तमिणं तद्यमंगे (६०२ ) अंगारधूवियाई अनंतरो संतरो सरावाई तत्येव अइरवाऊ परंपरं बत्थिणा पिहिए
(५०१) अरं फलाइपिहितं वर्णमि इयां तु छब्द पिच्छ पिढराई कच्छवसंचाराई अनंतराणंतरे छड्डे
(६०४) गुरु गुरुणा गुरु लहुणा लहुयं गुरुएण दोऽवि लवहुयाई अचित्तेणवि पहिए वउमंगो दोसु अग्गेनं
(६०५) सचित्ते अखिते मीसग साहारणे य चउमंगो
(६०८) जह चेद उ निक्खित्ते संजोगा चैव होति गंगा य तहा देव उसाहरणे नाणत्तमिणं तइयमंगे
(६०७) मत्तेण जेण दाहि तत्य अदिशं तु होज असणाई छोदु तयन्नहि तेणं देई अह होइ साहरणं
(१०८) धूमाइएस तं पुण साहरणं होइ छसुवि काएस जं तं दुहा अचित्तं साहरणं तत्य चउमंगो (६०९) सुक्के सुक्कं पदमो सुक्के उल्लं तु विइयओ भंगी उल्ले सुक्कं तइओ उल्लेलं चउत्यो उ
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1144011-550
114491-551
||५५२॥ 852
1144311-859
|||५५४||-554
॥५५५॥-855
|||५५६|| -556
॥५५७|| 857
1144211-856
1144911-569
1146011-560
114491-561
आइतिएपडिसेहो चरिमे मंगंमिभयणा उगहणे आणाइणोदोसा ॥ ५६३ ॥ -563
||५६२|1-682
५६४॥-584
१५६५॥-585
५६६-568
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