________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ओहनिम्नुक्ति - (1004) 166511-884 // 6660-686 // 66711-888 // 668 // -887 // 669||-868 // 67011-889 // 671||-870 // 672||-871 1673||-872 (1004) जो वेव असयणविही नेगाणं वत्रिओ वसहिदारे सो देव इहंपिमये नाणत्तं नयरि सम्झाए (1005) एसा सामायारी कहिया भेधीरपुरिसपनत्ता एतो उयहिपमाणं वुच्छंसुद्धस्स जह घरणा (1006) उवही उवग्गहे संगहे य तह पागहुग्गहे वेव मंङग उवगरणे या करणेऽवियहुंति एगट्ठा (1000) ओहे उवणहमियदुदिहो उदही उ होइ नायन्दो एक्केक्कोऽविय दुविहो गणणाएँ पमाणतो चेव (1008) पत्तं पत्ताबंधो पायट्ठवणंच पायकेसरिया पडलाइं रयत्ताणंच गुच्छओ पायनिजोगो (1001) तिवय पच्छागा रयहरणंचेव होइ मुहपत्ती एसो दुवालसविहो उवही जिणकप्पियाणं तु (1010) एए चेवदुवालस मत्तग अइरेग चोलपट्टोय एसो घउद्दसविहो उवही पुण थेरकप्पम्मि (2011) जिणा बारसरूवाई थेरा चउद्दसरूयिणो अजाणं पत्रवीसं तुअओ उड्ढे उवग्गहो (1012) तिनेव य पच्छागा पडिग्गहो चेव होइ उक्कोसो गुच्छग पत्तगठवणं मुहनंतग केसरिजहन्नो (2013) पडलाइ रयत्ताणं पत्ताबंधोय चोलपट्टोय रयहरण मत्तओऽवियथेराणं छब्बिहो मझो (1014) पत्तं पत्ताबंधो पायट्ठवणंचपायकेसरिया पडलाइ रयत्ताणंच गोच्छओपायनिलोगो (101) तिन्नेव य पच्छागा त्यहाणंचेव होइ मुहपत्ती तत्तोय मत्तगो खलु चउगसपो कमढगो चेद (1016) उग्गह नंतगपझे अद्धोरुग पलणिया यषोद्धव्या अतिर बाहिरियं सणियंतह कंचुगेचेव (1017) उक्कच्छिय वेकच्छी संघाडीचेव खंधकरणीय ओहोवहिमि एए अजाणं पत्रवीसंतु (2018) नायनिमो उग्गहणंतगोउसो गुज्झदेसरक्खडा सो उपमाणेणेगो घणपसिणो देहमासन (1011) पहोवि होइ एक्को देहपमाणेण सो उपायब्दो छायंतोगहणतं कडिबंधो मल्लकच्छावा (1020) अड्दोरुगो उते दोवि गेण्डिउंछायए कडिविभागं जाणुपमाणा चलणी असीविया लंखियाएव्य (102) अंतोनियंसणी पुण लीणतराजाव अद्धजंघाओ बाहिर खलुगपमाणा कडीय दोरेण पतिवद्धा // 674||-873 67511-874 // 676|1-876 // 67711-676 / / 67811-677 ॥३१३॥पा.-313 314|| मा.-314 ॥३१५|पा.-316 // 316 // मा.-318 For Private And Personal Use Only