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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ४ पन्नवणा - ३/३/२१४ विकाइयापजत्तयाणंजाव सुहुमवणस्सइकाइयापज्जत्तयाणं सुहुमनिगोदापञ्जत्तयाण य कतरे कतरेहितो अप्पा वा जाब विसेसाहिया वा गोयमा सव्वत्योवासुहुमतेउकाइयाअपनत्तगा, सुहुपपुढविकाइयाअपज्जत्तयाविसेसाहिया, सुहमआउकाइयाअपजत्तयाविसेसाहिया, सुहमवाउकाइया अपजत्तयाविसेसाहिया, सूहुमनिगोदाअपज्जत्तगाअसंखेनगुणा, सुहमवणस्सइकाइयाअपञ्जत्तगाअनंतगुणा, सुहमाअपनत्तगाविसेसाहिया, एतेसिणं मंते सुहमपज्जत्तगाणं सुहमपुढविकाइपजत्तगाणं जाव सुहुमवणस्सइकाइयपज्जत्तगाणं सुहुमनिगोदपजत्तगाण य कतरे कतरेहितो अप्पा या जाव गोयपासव्वत्थोवासुहुमतेउकाइयापज्जत्तगा, सुहमपुढविकाइयापज्जत्तगा विसेसाहिया, सुहमआउकाइयापजत्तगाविसेसाहिया, सुहमवाउकाइयापञ्जत्तगाविसेसाहिया, सुहमनिओयापञ्जत्तगा असंखेजगुणा, सुहुमवणस्सइकाइयापजत्तगाअनंतगुणा, सुहुमापञ्जत्तगा विसेसाहिया, एतेसि णं भंते सुहमाणं पञ्जत्तापजत्ताणं कतरे कतरेहितो अप्पा वा जाव यिसेसाहिया वा गोयमा सव्वत्योवा सुहुमाअपज्जत्तगा, सुहुमापजत्तगासंखेजगुणा, एतेसिणं मंते सुहुमपुढविकाइयाणं पनत्तापञ्जत्ताणं कतरे कतरेहितो अप्पा वा जाव गोयमा सव्वत्थोवासुहमपुढयिकाइयाअपनत्तगा, सुहमपुढविकाइयापजत्तगासंखेनगुणा, एतेसिणं मंते सहमआउकाइयाणं पजत्तापञ्जत्ताणं कतरे कतरेहिंतो अप्पा या जाव गोयमा सव्वस्थोवा सुहुमआउकाइयाअपनत्तग, सुहमआउकाइयापञ्जत्तगासंखेजगुणा, एतेसि णं मंते सुहुमतेउकाइयाणं पजत्तापजत्तणं कतरे कतरेहितो अप्पा या जाय गोयपा सव्वत्थोवासुहमतेउकाइयाअपञ्जत्तया, सुहमतेउकाइयापज्जत्तगासंखेज्जगुणा, एतेसिणं मंते सुहमवाउकाइयाणं पञ्चत्तापञ्चत्ताणं कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा जाब विसेसाहिया वा गोयमा सव्वत्योवासुहमवाउकाइयाअपज्जत्तवा, सुहमवाउकाइयापजत्तगा संखेनगुणा, एतेसिणं मंते सुहुमवणस्सइकाइयाणं पज्जत्तापजताणंकतरे कतरेहितो अप्पा वाजाव गोयमा सञ्चत्योचा सुहुभवणस्सइकाइयाअपञ्जत्तगा, सुहमवणस्सइकाइया पजत्तगासंखेनगुणा, एतेसिणंभंते सुहुमनिगोदाणं पज्जत्तापज्जत्ताणं कतरे कतरेहितो अप्पा वा जाव गोयमा सव्वत्थोवासुहमनिगोदाअपज्जत्तगा, सुहुनिगोदापजत्तगा संखेज्जगुणा, एतेसि णं भंते सुहमाणं सुहमपुदविकाइयाण जाव सुहुमवणस्सइकाइयाणं सुहमनिगोदाण य पञ्जत्तापजत्ताणं कतरे कतरेहितो अप्पा वा जाब विसेसाहिया या गोयमा सव्यत्योवा सहमतेउकाइयाअपजत्तगा, सुहुमपुढविकाइयाअपज्जत्तगाविसेसाहिया, सुहमाउ-काइपाअपञ्जत्तगाविसेसाहिया, सुहमवाउक्काइया अपज्जत्तगाविसेसाहिया, सुहुमतेउकाइया-पञ्जतगासंखेजगुणा, सुहुमपुढविकाइयापजत्तगाविसेसाहिया, सुहमआउकाइयापञ्जतगा विसेसाहया, सुहुमवाउकाइयापजत्तगाविसेसाहिया, सुहमनिगोदाअपञ्जत्तगाअसंखेनगुणा, सुहुमनिगोदापजतगासंखेनगुणा, सुहुमवणस्सइकाइयाअपज्जत्तगाअनंतगुणा, सुहमाअपनत्तगाविसेसाहिया, सुहुमवणस्सइकाइयापनत्तगासंखेज्जगुणा, सुहम पज्जत्तगाविसेसाहिया, सुहमा विसेसाहिया।६०80 (२६५) एतेसि णं मंते बादराणं बादरपुढविकाइयाणं बादरआउकाइयाणं बादरतेउकाइयाणं बादरबाउकाइयाणं बांदरयणस्सइकाइयाणं पत्तेयसरीरबादरवणस्सइकाइयाणं यादरनिगोदाणं बादरतसकाइयाणं य कतरे कतरेहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुला या विसेसाहिया वा गोयपा सव्यत्योवाबादरतसकाइया, बादरातेउकाइयाअसंखेजगुणा, पत्तैयसरीरबादावणस्सइकाइया असंखेज्जगुणा, बादरानिगोदाअंसखेनगुणा, बादरपुढविकाइयाअसंखेनगुणा, बादरआउकाइया असंखेनगुणा, वादरवाउकाइयाअसंखेज्जगुणा, बादरवणस्सइकाइयाअनंतगुणा, यादराविसेसा For Private And Personal Use Only
SR No.009741
Book TitleAgam 15 Pannavana Uvangsutt 04 Moolam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherAgam Shrut Prakashan
Publication Year1996
Total Pages210
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Agam 15, & agam_pragyapana
File Size4 MB
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