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छद्रं सतं - उदेसो-५
११७ तं भंते किं देवो पकरेति असुरो पकरेति नागो पकरेति गोयमा देयो पकरेति नो असुरो नो नागो पकरेति अत्थिणं भंते कण्हरातीस बादरे आउकाए बादरे अगणिकाए बादरे वणफइकाए नो तिणड्डे सपढे नन्नत्य विग्गहगतिसमावन्नएणं अस्थि णं भंते कण्हरातीस चंदिप-सूरिय-गहगणनक्खत्त-तारारुवा नो तिणढे सपट्टे अस्थि णं भंते कण्हरातीसु चंदामा ति वा सुरामा ति वा नो तिणद्वे समटे कण्हरातीओ णं भंते केरिसियाओ वण्णेण पन्नत्ताओ गोयमा कालाओ कालोभासाओ गंधीराओ लोमहरिसजणणाओ भीमाओ उत्तासणाओ परमकिण्हाओ वण्णेणं पन्नत्ताओ देवे विणं अत्येगतिए जे णं तप्पढमयाए पासित्ता णं खुभाएमा अहेणं अभिसमागच्छेजा तओ पच्छा सीहं-सीहं तुरियं-तुरियं खिप्पामेव वीतीवएजा कण्हराती गं भंते कति नामधेजा पन्नत्ता गोयमा अट्ठ नामधेझा पत्रता तं जहा कण्हराती इ वा मेहराती इ वा मधा इ वा माधवई इ वा वायफलिहा इ वा वायपलिक्खोभा इ वा देवफलिहा इ वा देवपलिक्खोभा इ वा कण्हरातीओ णं भंते किं पुढवीपरिणामाओ आउपरिणामाओ जीवपरिणामाओ पोग्गलपरिणामाओ गोयमा पुढविपरिणामाओ नो आउपरिणामाओ जीवपरिणामाओ वि पोग्गलपरिणामाओ वि कण्हरातीसुणं भंते सव्वे पाणा भूया जीवा सत्ता पुढवीकाइताए जाव तसकाइयत्ताए उबवण्णपुच्या हंता गोयपा असई अदुवा अनंतखुत्तो नो चेव णं बादरआउकाइयत्ताए यादरअगणिकाइयत्ताए बादरवणफकाइयत्ताए वा ।२४१1-241
(२९५) एएसिणं अट्ठण्हं कण्हराईणं अट्ठसु ओवासंतरेसु अट्ठ लोगंतिगविमाणा पन्नत्तातं जहा-अच्ची अचिमाली वइरोयणे पभंकरे चंदाभे सूराभे सुकूकामे सुपइट्ठाभे मज्झे रिट्ठाभे कहिणं भंते अच्चि-विमाणे पत्रत्ते गोयमा उत्तर-पुरस्थिमे णं कहि णं भंते अचिमाली विमाणे पत्रत्ते गोयमा पुरस्थिमे णं एवं परिवाडीए नेयव्यं जाय-कहि णं भंते रिटे विमाणे पनते गोयमा बहुमज्झदेसभाए एएसुणं अट्ठसु लोगतियविमाणेसु अट्ठबिहा लोगतिया देवा परिवसति तं जहा-२४२-१1-242-1 (२९६) सारस्सयमाइच्चा, वण्ही वरूणा य गद्दतोया य
तुसिया अव्यावाहा अग्गिचा चेवरिद्वाय॥४४॥-44 (२९७) कहि णं भंते सारस्सया देवा परिवतंति गोयमा अचिम्मि विमाणे परिवसंति कहिणं भंते आइच्चा देव परिवसंति गोयमा अन्त्रिमालिम्मि विमाणे एवं नेयव्वं जहाणुपुब्बीए जाव-कहिणं भंते रिहा देवा परिवसंति गोयमा रिटुप्मि विमाणे सारस्सयमाइच्चाणं भंते देवाणं कति देवा कति देवसया पन्नत्ता गोयमा सत्त देवा सत्त देवसया परिवारो पत्रत्तो वण्ही-वरुणाणं देवाणं चउद्दस देवा चउद्दस देवसहस्सा परिवारो पत्रतो गद्दतोय तसियाणं देवाणं सत्त देवा, सत्त देवसहस्सा परिवारो पत्रतोअवसेसाणं नव देवा नव देवसया परिवारो पन्नत्तो।२४२-२१-242-2 (२९८) पढम-जुगलम्मि सतओ सयाणि बीयम्मि चउद्दससहस्सा
तइए सत्तसहस्सा नव चेव सयाणि सेसेसु ॥४५||-45 (३९९) लोगंतगविमाणा णं भंते किंपइट्टिया पनत्ता गोयमा वाउपइडिया पनत्ता एवं नेयव्यं विमाणाण पइट्ठाणं बाहुल्लुच्चत्तमेव संठाणं बंभलोयवत्तव्यया नेयव्या जाय लोयंतियविमाणेसु णं भंते सव्वे पाणा भूया जीवा सत्ता पुढविकाइवताए आउकाइयत्ताए तेउकाइयत्ताए वाउकाइयत्ताए वणप्फइकाइयत्ताए देवत्ताए देवित्ताए उववण्णपुव्वा हंता गोयमा असई अदुवा अनंतक्खुत्तो नो चेच णं देवित्ताए लोगतिय देवाणं भंते केवइयं कालं ठिती पन्नत्ता गोयमा अट्ट सागरोवमाइं ठिती
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