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ठाणं - १०-१९९१ तं जहा-सीमंकरे सीमंधरे खेमंकरे खेमंधरे विमलवाहणे संमुती पडिसुते दढधणू दसधणू सतधणू ।७६७१-767
(९९१) जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पुरथिमे णं सीताए महानईए उभओकूले दस वक्खारपब्वता पन्नत्ता तं जहा-मालवंते चित्तकूड़े पम्हकूडे नलिणकूडे एगसेले तिकडे वेसमणकूडे अंजणे मायंजणे सोमणसे जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स पच्चत्येिमे णं सीओदाए महानईए उभओकूले दस वक्खारपब्बता पन्नत्ता तं जहा-विजुप्पमे अकावतो पम्हावती आसीविसे सुहावहे चंदपव्बते सूरपव्यते नागपव्दते देवपव्वते गंधमायणे एवं घायइसंडपुरस्थिमद्धेवि वक्खारा माणियव्या जाव पुक्खरवरदीवड्ढपञ्चत्यिमद्धे १७६८1-768
(९९२) दस कप्पा इंदाहिट्ठिया पन्नत्ता तं जहा-सोहम्मे [ईसाणे सणंकुमारे माहिदे वंभलोए लंतए महासुक्के) सहस्सारे पाणते अछुते एतेसु णं दससु कप्पेसु दस इंदा पन्नत्ता तं जहा-सक्के ईसाणे [सणंकुमारे माहिंदे वंभे लंतए महासुक्के सहस्सारे पाणते] अछुते एतेसि णं दसहं इंदाणं दस परिजाणिवा विमाणा पन्नत्ता तं जहा-पालए पुष्फए [सोमणसे सिरिवच्छे नंदियावत्ते कामकभे पीतिमणे मणोरमे] विमलवरे सव्वतोभद्दे ७६९।-769
(९९३) दसदसमिया णं भिक्खुपडिपा एगेण रातिदियसतेणं अद्धछटेहि य भिक्खासतेहिं अहासुत्तं [अहाअत्थं अहातचं अहामग्गं अहाकणं सम्मं काएणं फासिया पालिया सोहिया तीरिया किट्टिया] आराहिया यावि भवति ।७७०।-770
(९९४) दसविधा संसारसमवण्णगा जीवा पन्नता तं जहा-पढमसमयएगिदिया अपढमसमयएगिदिया [पढमसमयबेइंदिया अपढमसमयबेइंदिया पढमसमयतेइंदिया अपढमसमयतेइंदिया पढमसमयचउरिदिया अपढमसमयवउरिदिया पढमसमयपंचिदिया] अपढमसमयपंचिंदिया दसविधा सव्वजीवा पन्नता तं जहा-पुढविकाइया [आउकाइया तेउकाइया वाउकाइया] वणस्सइकाइया बेइंदिया |तेइंदिया चउरिदिया] पंचेंदिया अणिदिया अहवा-दस- विधा सबजीवा पन्नता तं जहा-पढमसमयनेरइया अपढमसमयनेरइया पढमसमयतिरिया अपढमसमयतिरिया पढमसमयमणुया अपढमसमयमणुया पढमसमयदेवा अपढमसमयदेवा पढमसमयसिद्धा अपढमसमयसिद्धा ७७१।-771
(९९५) वाससताउस्स णं पुरिसस्स दस दसाओ पन्नत्ताओ (तं जहा)- ७७२1-772 (९९६) बाला किड्डा मंदा दला पण्णा हायणी पवंचा पदभारा मुम्सुही सायणी तधा
॥१६६॥-1 (९९७) दसविधा तणवणस्सतिकाइया पन्नता तं जहा-मूले कंदे [खंधे तवा साले पवाले पत्ते] पुप्फे कले वीये १७७३।-773
(९९८) सव्वाओवि णं विजाहरसेढीओ दस-दस जोयणाई विक्खंभेणं पन्नता सव्वाओवि णं आभिओगसेढीओ दस-दस जोयणाई विक्खंभेणं पन्नत्ता ७७४1-774
(९९९) गेविजगविमाणा णं दस जोयणसयाई उड्ढं उच्चत्तेणं पन्नत्ता ७७५। -775
(१०००) दसहिं ठाणेहिं सह तेयसा भासं कुजा तं जहा- केइ तहासवं समणं वा माहणं या अघासातेजा से य अचासातिते समाणे परिकुविते तस्स तेयं निप्सिरेज्जा से तं परितावेति से तं परितावेता तामेव सह तेयसा भासं कुञा केइ तहारूवं समणं वा माहणं वा अच्चासातेज्जा से य अच्चासातिते समाणे देवे परिकविए तस्स ते निसिरेज्जा से तं परितावेति
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