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दाणं - ५/२/४५५
वा चेतेमाणा नातिक्कमति तं जहा- अत्येगइया निग्गया व निग्गंधीओ य एग महं अगामियं छिण्णावायं दीहमद्धपइविमणपविट्ठा तत्येगयतो ठाणं वा सेझं वा निग्गंथीओ वा चेते- माणा नातिककमंति अत्येगइया निगया य निम्गंथीओ य गामंसि या नगरंसि या (खेडसि या कव्वडंसि वा मडवंसि वा पट्टणंसि वा दोणमुहंसि वा आगरंसि या निगमंसि वा आसमंसि वा सण्णिवेसंसि वा] रायहाणिसि वा वासं उवागता एगतिया जत्थ उवस्सयं लपति एगतिया नो लभंति तत्थेगतो ठाणं वा सेजं वा निसीहियं वा चेतेमाणा नातिककर्मति अत्येगइया निगंथा य निग्गंधीओ य नागकुमारवासंसि वा सुवण्णकुमारावासंसि वा वासं उवागता तत्थेगओ [ठाणं वा सेनं वा निसीहियं वा चेतेमाणा] नातिककमंति आमोसगा दीसंति ते इच्छंति निग्गंधीओ चीवरपडियाए पडिगाहित्तए तस्येगओ ठाणं वा सेजं वा निसीहियं वा चेतेमाणा नातिकूकमंति जुवाणा दीसंति ते इच्छंति निग्गंधीओ मेहुणपडियाए पडिगाहित्तए तत्थेगओ ठाणं वा सेजं वा निसीहियं वा चेतेपाणा नातिक्कमति इच्चेतेहिं पंचहिं निग्गंया निग्गंधीओ व एगतओ ठाणं वा सेनं वा निसीहियं वा चेतेपाणा नातिककर्मति पंचहि ठाणेहिं समणे निगंथे अचेलए सचेलियाहिं निग्गंधीहिं सद्धि संवसमाणे नातिककमति तं जहा- खित्तचित्ते समणे निग्गंथे निग्गंथेहिमविजमाणेहिं अचेलए सचेलियाहिं निगंथीहिं सद्धिं संवसमाणे नाति- ककमति दित्तचित्ते समणे निग्गंथे निगंथेहिपविजमाणेहिं अचेलए सदेलियाहिं निगंधीहिं सद्धिं संवासमाणे नातिककमति जक्खाइढे समणे निगंधे निग्गंथेहिमविनमाणेहिं अचेलए सचेलियाहिं निगगंधीहिं सद्धिं संबसमाणे नातिककमति उम्पापयते समणे निग्गंधे निगंथेहि- मविजमाणेहिं अचेलए सचेलियाहिं निग्गंधीहिं सद्धिं संवसमाणे नातिक्कमति निग्गंथीपव्वाइयए समणे निगयेहिं अविज़माणेहिं अचेलए सचेलियाहिं निगंधीहिं सद्धि संवसमाणे नातिककमति १४१७1-417
(४५६) पंच आसवदारा पन्नता तं जहा-मिच्छतं अविरती पमादो कसाया जोगा पंच संयरदारा पन्नत्ता तं जहा-समत्तं विरती अपमादो अकसाइत्तं अजोगित्तं पंच दंडा पपण-ता तं जहा-अट्ठादंडे अणट्ठादंडे हिंसादंडे अकस्मादंडे दिट्ठीविष्परिया- सियादंडे |४१८५-418
(४५७) मिच्छादिट्ठियाणं पंच किरियाओ पन्नत्ताओ तं जहा-आरंभिया पारिगहिया मायावत्तिया अपञ्चक्खाणकिरिया मिच्छादसणवत्तिया, मिच्छादिहियाणं नेरइयाणं पंच किरियाओ पन्नताओ तं जहा-आरंभिया पारिपहिया पायावत्तिया अपञ्चखाण- किरिया मिच्छादसणवत्तिया एव-सव्वेसिंनिरंतरं जाव मिच्छद्दिवियाणं वेमाणियाणं नवरं-विगलिंदिया रिच्छद्दिट्ठी न भण्णंति सेसं तहेव पंच किरिवाओ पन्नताओ तं जहा-काइया आहिगरणिया पाओसिया पारितारणिया पाणातिवातकिरिया नेरइयाणं पंच एवं चेव एवं निरंतरं जाव वेमाणियाणं पंच किरियाओ पन्नत्ताओ तं जहा-आरंभिया पारिपहिया माया- वत्तिवा अपञ्चक्खाणकिरिया मिच्छादसणवत्तिया नेरइयाणं पंच किरिया निरंतरं जाव वेमा- णियाणं पंच किरियाओ पन्नताओ तं जहा-दिट्टिया पुट्ठिया पाडुच्चिया सामंतोवणिवाइया साहस्थिया एवं नेरइयाणं जाव वेमाणियाणं पंच किरियाओ पन्नत्ताओ तं जहा-नेसस्थिया आणवणिया वेयारणिया अणाभोगवत्तिया अणवकखवत्तिया एवं जाव वेमाणियाणं पंच किरियाओ पण्णत्तओ तं जहा-पेज्जवत्तिया दोसवत्तिया पओगकिरिया समुदाणकिरिया इरियावहिया एवं-पणुस्साणवि सेसाणं नत्यिं ।।१९।-419
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