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वक्रोक्तिजीवितम्
व्यवहारविदग्धबुद्धिः कथं न नियुक्त इत्याह- ममैवात्र किमषि कौशलं विजृम्भते | अम्बुवाहमित्या मनस्तत्कारिताभिधानं द्योतयति । यः प्रोषितानां वृन्दानि त्वरयति, संजातत्वराणि करोति । कीदृशानाम्श्राम्यतां त्वरायामसमर्थानामपि । वृन्दानोति बाहुल्यात्तत्कारिताभ्यासं कथयति । केन – मन्द्रस्निग्धैर्ध्वनिभिः, म घुर्यरमणीयैः शब्दैर्विदग्धदूतप्ररोचनावचनप्रायैरित्यर्थः । क्व पथि मार्गे । यदृच्छया यथाकथंचिदहमेतदाचरामीति किं पुनः प्रयत्नेन सुहृत्प्रेमनिमित्तं संरब्धबुद्धि न करोमीति ।
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मुझे
इस श्लोक में पहले सम्बोधन पदं ( अविधवे ) का अर्थ ही उस ( यक्षिणी ) को आश्वासन देने वाले धर्म का कारण है । ( अर्थात् तुम्हारा पति जीवित है, तुम सुहागिन हो, इस प्रकार अपने सुहागिन होने से आश्वासन मिलता है ) | ( मेघ ) पति का मित्र समझो इस ( कथन ) से अपनी उपादेयता को पुष्ट करता है । और वह ( मित्र भी ) साधारण ( मित्र ) नहीं, ( अपितु ) प्रिय ( मित्र हैं ) इस ( कथन ) से अपनी ( विश्रम्भ कथा ) विश्वासपूर्ण वार्ता की पात्रता को ( स्पष्ट करता है ) । इस प्रकार ( अविधवे पद के द्वारा ) उसे आश्वासन देकर तथा ( पति का प्रिय मित्र मुझे जानो इस कथन द्वारा अपनी ओर उसे ) उन्मुख करके ( तब ) ' उसके सन्देश से तुम्हारे पास मेरा आगमन हुआ है' इस प्रकरणप्राप्त ( प्रकृत ) बात को प्रस्तुत करता है । 'हृदय में निहित ( संदेश ) से इस पद के द्वारा अपने हृदय में स्थित सावधानता को तित करता है ( अर्थात् तुम्हारे सन्देश को मैंने बड़ी सावधानी से अपने हृदय में रखा है उसे किसी से बताया नहीं ) ( यदि यक्षपत्नी यह शंका करे कि) यक्ष ने इस प्रकार ( दूत ) के व्यवहार में चतुर किसी अन्य व्यक्ति को क्यों नहीं नियुक्त किया ( तुझ मेव को ही क्यों भेजा तो इस शङ्का का समाधान करने के लिए ) अतः कहा कि मेरा ही इस विषय में कोई ( अपूर्व ) कौशल दिखाई पड़ता है और ( अम्बुवाहम् ) 'जल को वहन करने वाले' ( मुझको) इस कथन के द्वारा अपने उस ( सन्देशा हरणरूप ) कार्य को करने की संज्ञा का द्योतन करता है अर्थात् मेरी संज्ञा ही 'अम्बुवाह' ( जल को वहन करने वाला ) है तो भला मुझसे अच्छा वहन कार्य ( चाहे शन्देशवहन ही क्यों न हों) और कौन कर सकता है। जो परदेशियों के समूहों को त्वरायुक्त कर देता है अर्थात् जल्दी जाने के लिए ( विवश ) कर देता है। किस प्रकार के ( परदेशियों के समूहों को संजातत्वरा कर
यक्षिणी को ( अपने )