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________________ बीकानेर जैन लेख संग्रह ( २५६०) गोगा दरवाजा के बाहर ___ श्री गणेशायनमः आधरमशाला साधु संतना-रस वा मुसाफिर जा कारे ठार पौ वासतः । मुं। आसकरणजी कोचर आ धर्मशाला बनाई है सं० १९५० मिती आषाढ़ प्रथम सुद २ गुरुवारे । (२५६१) बीदासर की बारी के बाहर केशरीचन्द बुलाकीचन्द ( बाँठिया ) की तरफ से धरमानन्दजी के उपासरे को भेंट। ( २५६२ ) लौका मच्छ की बगेकी ॥ श्री ॥ श्री गणेशाय नमः ॥ संवत् १८७६ शा. १७४१ प्रवर्त्तमाने मासोत्तम मासे माघ मासे शुक्ल पक्षे २ द्वितीयायां सोमवारे घट्यः २५ धनिष्ठाभे घट्यः ५५ सिद्धयोगे घट्यः २० कौलवकरणे एवं पंचांग शुद्धे दिने। श्री वृहन्नागपुरीय लुका गच्छे। पूज्याचार्य श्री १०८ लक्ष्मीचन्द्रजी विजयराज्ये। अमरसोत शाखायां पूज्य महर्षि श्री उदयचंद्रजी तच्छिष्य पूज्य महर्षि श्री राजसीजी तच्छिष्य पूज्य महर्षि श्री वीरचंद्रजितां पादुकाः शिष्यर्षि मोतीचंदजित् परमानन्दजिद्भयां प्रतिष्ठिताः। श्री मन्नृपति पति श्री सूरतसिंहजी विजयराज्ये। छत्रिकेयं दरखाण कासमकेन कृतासाचिरं तिष्ठतु ॥ श्रीरस्तुः ॥ कल्याणमस्तु ॥ ॥ श्री ॥ श्री गणेशायनमः संवत् १८७६ शाके १७४१ प्रवर्त्तमाने मासोत्तम मासे माघ मासे शुक्ल पक्षे द्वितीयायां सोमवारे घट्या २५ धनिष्ठाभे घट्यः ५५ सिद्धयोगे घट्यः २० कोलवकरणे एवं पंचांग शुद्धे दिने श्री वृहन्नागपुरीय लुंका गच्छे पूज्य आचार्य श्री १०८ श्री लक्ष्मीचंद्रजी विजयराज्ये अमरसोत शाखायां पूज्य महर्षि श्री स्वामीदासजी तशिष्य पूज्य महर्षि श्री पुण्यसीजी तच्छिष्य पूज्य महर्षि श्री उदयचन्द्रजी तच्छिष्य पूज्य महर्षि श्री राजसीजी कानां पादुकाः पौत्रशिष्यर्षि मोतीचन्द्रजित् परमानन्द जिद्भयां प्रतिष्ठिताः श्री मन्नृपतिपति श्री सूरतसिंहजी विजयराज्ये ।। छत्रिकेयं कासम दरखानकेन कृता साचचिरं तिष्ठतु । श्रीरस्तुः ।। (२५६४ ) श्री संवत् १८०७ शाके १७४२ प्रवर्त्तमाने मिती माघ शुक्ल ११ सोमवारे मृगशिर्ष नक्षत्रे पूज्य आचार्य श्री १०८ श्री जीवणदास जितां पादुका प्रतिष्ठिता पूज्याचार्य श्री लक्ष्मीचन्द्रजिद्भिः शाले चेयं महर्षि मोतीचंद जित् परमानंद जिदयां कारिता । "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
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