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________________ बीकानेर जैन लेख संग्रह ( १२४४ ) ॥ संवत् १५१७ वर्षे माघ वदि ५ दिने श्री उपकेशगच्छ श्री कुकुदाचार्य संताने उपदेश ज्ञा० चिंचट गोत्रे स० दांदूपु० श्रीमंत पु० सुरजन पु० सोभा भा० सोभ लदे पु० सिंघा भा० मूरमदे युतेन मातृ श्रेयसे श्री आदिनाथ बिंबं कारितं प्रतिष्ठितं श्री कक्क सूरिभिः ( १२४५ ) ।। सं० १५१७ वर्षे बैशास्त्र सुदि ३ सोमे श्रीमाल ज्ञातीय दो० फावि भा० हर्षू सुत सीधर भार्या अमकू आत्म श्रेयोर्थं श्री बासु पूज्य बिंबं कारापितं बृद्ध सपा गच्छे भ० श्री जिनरत्न सूरिभिः प्रतिष्ठितं ॥ श्री ॥ १६१ ( १२४६ ) afones यंत्र पर संवत् १५३१ वर्षे फागुन सुदि ५ श्री मूल संघ भ० श्री जिनचंद्र श्री सिंहकीर्ति देवा प्रतितिं । आ० आगमसिरि क्षुल्लकी कमी सहित श्री कलिकुण्ड यंत्र कारापितं । श्री कल्याणं भूयात् ।। ( १२४७ ) सर्वतोभद्र यंत्र पर सं० १६१२ वर्षे मार्गशीर्ष कृष्ण पथ्वम्यां ज्ञवारे सुश्रावक श्रेष्ठ गोत्रे वैद्य मु । धनसुखदासजी तत्पुत्री बाई जड़ाव संज्ञकया करापितं प्र । उपकेश गच्छे भ० श्री देवगुप्तसूरिणा श्री रस्तु || सर्वतोभद्र नामकं यंत्रमिदं । (१२४८ ) धातु के यंत्र पर सं १८२० ना वर्ष शाके १६८६ प्रवर्त्तमाने मासोत्तम मासे बसंत पञ्चमी शुक्ल पक्षे भौम वासरे सुश्राविका गणेश बाई प्रतिष्ठिते उद्यापने ॥ मन्दिर के पीछे दक्षिण की ओर देहरी में धातु प्रतिमाओं के लेख ( १२४६ ) श्री शांतिनाभजी ||६०|| संवत् १५२८ वर्षे वैसाख वदि ६ सोमबार । नाइलवाल गोगे सं० छाजभ संताने सं० खीमा पुत्र सा० धीरदेव तत्पुत्र सा० देवचन्द्र भार्या हरखू पुत्र रूपचन्द्रेण भार्या गूजरही युतेन स्व पितृ श्रेयसे श्री शांतिनाथ बिंबं का० प्र० श्री तपा गच्छे भ० श्री हेमहंस सूरि पट्टे श्री हेमसमुद्र सूरिभिः ॥ २१ "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
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