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________________ बीकानेर जैन लेख संग्रह ... ........ (१९६६) मूलनायक चौमुखजी के नीचे की मूर्ति पर संवत् १५७६ ॥ प्र...... (११६७ ) दुतले पर चौमुखजी के नीचे के पत्थर पर सं० १६१६ वैसाख वदि १ विस्पतवार धातु-प्रतिमाओं के लेख (११६८ ) शीतलनाथादि पंच-तीर्थी ॥ संवत् १५६० ज्येष्ठ वदि ४ दिने। ऊकेशवंशे बोहित्थरा गोः । देवरा भार्या लखमादे पुत्र मं० भऊणाकेन भार्या भरमादे। गौरादे प्रमुख परिवार युतेन । श्रीशीतलनाथ विवं कारितं । प्रति० । श्रीखरतरगच्छे श्रीजिनसमुद्रसूरि पट्टालंकार श्रीजिनहंससूरिगुरुभिः (११६९) श्रीधर्मनाथजी ॥ सं० १६०४ वर्षे प्रथम ज्येष्ठ कृष्ण पक्षे ८ तिथौ श्रीधर्मजिन बिंब प्रति जं। यु। प्र। भ! श्रोजिनसौभाग्यसूरिभिः वृहत्तरतर । कारि। सू । श्रीकेसरीचंदजी स्वश्रेयोथं श्रीबीकानेर नगर व्य० ( ११७०) नवपद यंत्र पर ___ सं० १८६१ मि। माघ सुदि पंचम्यां ॥ श्रीसिद्धचक्र यंत्र । बाफणा श्रीगौडीदासजी पुत्र टिकणमल्लेन कारिता प्र० च० उ० श्रीक्षमाकल्याण गणिभिः । (११७१ ) यंत्र-मूर्ति पर सुमतिनाथ जी सं० १६०४ जेठ वद ८ श्रीखीमंधरस्वामी का मन्दिर (भाडासरजी) शिलापट्ट प्रशस्ति ( ११७२) १ वर्षे शैल घना घनेभ वसुधा संख्ये शुचावर्त्मने ! पक्षे सोम्य सुवासरेहि दशमी तिथ्यांजिनौ को २ मुदा । श्रीसीमंधर स्वामिनः सुरुचिरं श्रीविक्रमे पत्तने । श्रीसंघेन सुकारित वरतरं जीयाचिरंभू । "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
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