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________________ 128 बीकानेर जैन लेख संग्रह ( 1040) सं० 1525 ज्येष्ठ वदि 7 शुक्रे काष्टा संघे नंदियड़ गच्छे भ० श्रीमामकीर्तिदेवा प्रतिष्ठित छ हुंबड़ ज्ञातीय पंखोसर गोत्रे सोनापान भार्या सोहग सुत भोटा निमित्तं श्रीचन्द्रप्रमस्वामि बिंब कारा०॥ (1041) __||संवत् 1525 (1) वर्षे पोष वदि श्री माल ज्ञातीय मं० वडूआ भा० रंगाई सुत मं० दभा भार्या पूतलि सु० वोरपाल राडादि कुटुंब युतेत स्व श्रेयसे श्रीवासुपूज्य बिंबं कारितं प्रतिष्ठित श्रीलक्ष्मीसागरसूरिभिः / / अहम्मदाबाद नगरे।। ( 1042) सं० 1525 वर्षे माघ वदि 6 प्राग्वाट सं० वाला भार्या वील्दणदे पुत्र सं० मेहाकेन भा० माणिकदे पुत्र मेरा वेला वीरम सोढादि युतेन श्रीवासुपूज्य बिंबं कारितं प्र० तपा ग० श्रीलक्ष्मीसागरसूरिशिष्य श्रीसुधानंदसूरिभिः॥ सं०१५२५ मा० व०६ प्राग्वाट झातीय सा० प्रतापसी भा० सिरियादे पुत्र सा० देवाकेन भा० देवलदे पुत्र विजयादत्तादि कुटुंब युतेन स्व श्रेयसे श्रोसंभवनाथ बिंबं कारितं प्र० तपागच्छे श्रीलक्ष्मीसागरसूरि ... ( 1044 ) ___ सं 1525 वर्षे माघ सुदि 5 बुधे प्रा० ज्ञातौ व्यवः चाहड़ पु० आल्हा भा० महधी पुत्र सहितेन श्रीअभिनन्दन बिंवं का० प्र० पूर्णि० कच्छोलीवाल गच्छे भ० श्रीविजयप्रभसूरिभिः / / ( 1045) __ सं० 1525 वर्षे फागुण सुदी 7 शनौ नागर ज्ञातीय श्रे रामा भा० शणी पुत्र नगाकेन भा० धनी पु० नाथा युतेन श्रीअंचल गच्छे श्रीजयकेसरिसूरीणामुपदेशेन श्रीश्रेयांसनाथ बिंबं का० प्र० श्रीसूरिभिः॥ ( 1046 ) सं० 1526 व० ज्येष्ठ सुदि 13 शु० श्रीसंडेर गच्छे टप गोत्रे. सा० पल्हा पु० सीहा भा० कपूरा प्र) देल्हा भा०२ सारु पुत्र आंबा आसा द्वि० पूरी पु० ऊदा अमराभ्यां पित्रोःश्रेयसे श्रीआदिनाथ बिंब कारापितं श्रीयशोदे (व) सूरि संताने प्र० श्रीशालिसूरिभिः॥ "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
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