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________________ बीकानेर जैन लेख संग्रह ___सं० १४५७ ३० वैशाख सु० ३ शनौ उपके ज्ञा० बलदउठा गोत्रे खहू जइता भा० जइतलदे पुत्र जूठाके भा० सिरियाद सहितेन भ्रातृ खेता निमित्त श्रीचंद्रप्रभ बिंबं का० प्रतिष्ठ रामसेनीय श्रीधर्मदेवसूरिभिः सं० १४५७ वर्षे वैशाख सुदि ३ शनौ श्रीओसवाल ज्ञातीय सा० मंडलिक पुत्र सा० कर्मसीहेन श्रीअंचल गच्छ ....... श्रीमेरुतुंगसूरीणामुपदेशेन श्रेयसे श्रीसंभवनाथ बिंध कारित .............। (५७७) सं० १४५७ वैशाख सु०३ शनौ श्रीउपकेश ज्ञातौ मणिभार सुहड़ा भा० सिगारदे पु० धरणीधराभ्यां पित्रोः धणसीह व्यउ श्रे० श्रीधर्म बिंब का० उपकेशग० ककुदाचार्य सं० प्र० श्रीदेवगुप्त सूरिभिः॥ सं० १४५७ वै० वदि ३ शनौ श्रीश्रीमालीय न्य० मंडलिक पु० छाडा भा० मोहिणि पु० जसाकेन पितृ मातृ श्रेयसे श्रीधर्मनाथ बिं० का०प्र० श्रीरनाल ? श्रीरान (? म) देवसूरिभिः॥ ५७६) सं० १४५७ वर्षे वैशाख सुदि ३ शनौ नागर ज्ञातीय श्रे० आमा भा० मेघू सुत काल्हाकेन मातृ पितृ निमित्त श्रीआदिनाथ बिचं कारितं प्र० नागर गच्छे श्रीप्रद्युम्नसूरिभिः ।। (५८०) ॥सं० १४५७ वर्षे आषाढ सुदि ५ गुरौ उपकेश ज्ञातीय सा० धुंधा भा० उमादे पुत्र दूदासूदाभ्यां पित्रोः श्रेयसे श्रीशांतिनाथ बिंध का० प्रत० श्रीमडाहड़ीय गच्छे श्रीमुनिप्रभसूरिभिः॥ (५८१) १ सं० (१४) ५७ फागुण सु ७ गुरौ गूर्जर ज्ञातीय से० पदमसीह भार्या पदमसिरि श्रेयोथ पुत्र जयताकेन श्रीमहावीर बिंबं कारितं वादीदेवसूरि संताने श्रीधर्मदेवसूरिभिः ( ५८२) सं० १४५८ वर्षे वैशाख वदि २ बुधे उपकेश ज्ञा० न्य० पेथा भा० सामलदे पु० वयराकेन भा० वील्हणदे पु० गुणपाल जाणायुतेन श्रीकुंथुनाथ बिंबं कारितं प्रतिष्ठितं रत्नपुरीय श्रीसोमदेवसूरि पट्टे श्रीधणचंद्रसूरिभिः। "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
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