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________________ बीकानेर जैन लेख संग्रह (६३) १ संवत १२३४ फागुण सुदि २ सोमे श्रेष्ठि आमदेव स आसधर श्रेयोथं बिंबं कारितं । (६४) सं० १२३५ आषाढ़ सुदि पारस्व पाव)नाथ प्रतिमा कारिता (६५) । सं० १२३६ फागुण यदि ४ गुरौ श्री वीरप्रभसू रि) पार्श्व बिंबं प्रतिष्ठितं कारितं व्रतो सुत वीरभद्रण प्री देव हमेतेन (?)। साध न .........................प संवत १२३७ फागुण वदि १ देसल पुत्रिकया पुनिणि श्राविकया दीहुली सहितया श्री महावीर प्रतिमा कारिता ॥ ६ सं० १२३७ आषाढ़ सुदि ६ सोमे हयकपुरीयगच्छे...उलिपाम आसचंद्र सुत भावदत्त भार्या सह... भ्यां प्रतिमा कारिता। (६८) सं० १२३६ द्वि० वैशाख सुदि ५ गुरौ पासणागपुत्रेण ...कीयमा पु० चाहिण्या श्रेयसे श्री पार्श्वनाथ बिंबं कारितं प्रतिष्ठितं श्री प्रभाणंद सूरिभिः (६६) सं० १२३६ पोष वदि ३ रखौ लखमण पुत्रेण वीराकेन नेमि प्रतिमा कारिता श्रीपद्मप्रभ ( ? यश ) सूरि प्रतिष्ठिता। (१००) १ सं० १२३६ वै० सुदि ५ गुरौ श्री नाणक गच्छे से० सुभकर भार्या धणदेवि पुत्र गोसल वाहिर साजण सेगल जिणदेव पूनदेवाद्यः भ्रातृ धणदेव पुण्यार्थ श्री शान्तिसूरि (१०१) संवत् १२४४ माघ सुदि २ शनौ साहरण पुत्र जसचन्द्र न भातृ.......।। (१०२) ॥ संवत् १२४८ वैशाख सुदि ५ रवौ महिधा पुत्रिकया ऊदिणि श्राविकया आत्म अयोथं पार्श्वनाथ विंबंकारितं महिधाभार्या सावदेवि श्रीदेवचन्द्रसूरि शिष्ग: श्रीमा.. "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
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