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संस्कृत और हिन्दी ग्रंथों की सूची
अभिधान राजेंद्र चतुर्थ भाग विजयराजेंद्र सूरि कृत (रतलाम, सं० १९७४ ) पृ० १५८६ आवार रत्नाकर, प्रथम प्रकाश-पं० मोहनलालजी कृत (बम्बई, सं० १६४६) पृ० १२२ इत्यादि जेसलमोर भाण्डागारीय प्रधानां सूची, G. 0. S. No. XXI-(खरौदा, ई० ११२३ ) जैन प्रथावली–प्रसिद्धकर्ता, श्रीजैन श्वेताम्बर कान्फ्रेंस (बम्बई, सं० १९६५) जैनतरवादर्श-कर्ता, आत्मारामजी (बम्बई, ई० १८८४ ) १०५८४ इत्यादि जैन ( श्वेताम्बर ) तीर्थ प्रकाश-यति मोहनलालजो कृत, पृ. २६ जैन तीर्थावली प्रवास -लखामसि नेणसि सवाणि कृत (बम्बई, सन् १९०२) पृ० ३३ जैन श्वेताम्बर कान्फरेंस हेरल्ड, खंड १३-(बम्बई, ई० १९१७) १०४३ जैन साहित्य सम्मेलन, २२ भाग--प्र०, अभयचंद भगवानदास गांधी (भाषनगर, ई० १९१६) पृ. ३६, ३८ जैन साहित्य संशोधक, प्रथम खंड-मुनि जिनविजयजी सम्पादित (पूना, सं० १९७७ ) पृ. १००-११२ जैसलमेर का इतिहास-पं० हरिदत्त गोविन्दजी व्यास कृत (बीकानेर, ई० १९२०) टाड राजस्थान, दूसरा खंड-अनु०, सपाइलाल छोटमलाल व्होरा ( भावनगर, ई० १६११) पृ०७८५-४८८ तीर्थमाला अमोलकरत्न- शीतल प्रसाद छाजड़ (कलकत्ता, सं० १८९३) पृ. १५ प्राचीन जेन लेख संग्रह, द्वितीय भाग-संपादक, मुनि जिनविजयजी (भावनगर, ई० १९२१) लेखांक २६, ४५७ प्राचीन जैन स्मारक ( मध्य प्रान्त-राजपुताना )--सं०, ० शीतल प्रसादजी (सूरत, सं० १९८२) पृ० १६८ प्राचीन तीर्थमाला संग्रह, प्रथम भाग - संशोधक, विजयधर्म सूरि (भावनगर, सं० १९७८) पृ० १४६ इत्यादि भारत के प्राचीन राजवंश, तुतीय भाग-ले०, पं० विश्वेश्वरनाथ रेउ (बम्बई, ई० १९२५) पृ. २६८ इत्यादि भारतीय नरेश- जगदीश सिंह गहलो त (जोधपुर, सं०१६८०) पृ० ४३ नं.१७७ मारवाड़ के मर्दुमसुमारी का रिपोर्ट --- भाग १-३ (जोधपुर, ई० १८६४) पृ०६ मुद्रित जेन श्वेताम्बरादि ग्रंथ --बुद्धिसागर सूरि (पादा, ई० १९२६) पृ० ६६, २७०, ३०१ यात्रादर्पण ( दिगम्बर )-ठाकुरदार लगवानदास कृत (बम्बा, ई० १९१३) पृ० १४१ विश्वकोष (हिन्दी) भा० ८. संचालक, नगेन्द्रनाथ वसु (कलकत्ता, ई० १९२४) पृ०६९-४ विज्ञप्ति त्रिवेणी- मुनि जिनविजय इत ( भावनगर, ई० १६१६) पृ०५८ इत्यादि सरस्वती (मासिक) भा० २६, र , सं० ५-ले० नेपालचंद्र दत्त (प्रयाग, ई० १९२८) १९५१३-२८
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