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________________ [ ] संवत् लेखांक लेखांक संवत् ११८५ १०१ १२०८ ६६/ १४३६ १४६१ १५१३ नाम पिप्पल गच्छ। विजयसिंह सू० वीरप्रभ सू० उदयदेव मूक गुणरत्न सू० अमरचन्द्र सू० धर्मप्रभ सू० पूर्णिमा गच्छ। जिनवल्लभ सू० जयचंद्र स० १४५६ १५११ १११ ६०८ १५१७ १५१६ नाम यशोभद्र सू० बुद्धिसागर सू० हेमतिलक सू. उदयानंद सू० विमल सू० उदयपभ सू० चीर सू० शीलगुण सू० गुणसुन्दर मू० मावडार गच्छ। वीर सू० भावदेव सू० V भित्रमाल गच्छ। १७१८ १०४१६६३ ४२२ १५२० १४७६ १५११ ६१६ ४.३ ११८ महितिलक सू० साधुरत्न सू० जयभद्र सू० विजयचन्द्र मू० 9 साधुसुन्दर सू० ५६८ १२५ ८६ १५१६ १५२२ १५२८ १५२७ १५३२ १५३१ १५६३ १५७७ ६८४ पुण्यरत्न सू० १४८५ / मलधारि गच्छ। देवनंद सू० तिलक सू० विद्यासागर मू० गुणसुन्दर सू० गुणकी िसू० श्री सू० लक्ष्मीसागर सू० 208 १९१ १५९८ ४१३ ४९४ ६४८ ५९६ १६०० मुनिचन्द्र मू० विनयचन्द्र सू० मुनिरत्न सू० प्रभाकर गच्छ। / लक्ष्मीसागर सू० ब्रह्माणीय गच्छ। १५५० १५७० 9EX १५७२ १५०७ महाहडीय गच्छ। नयकीर्ति सू० मतिसुन्दर सू० १२२ ११४४
SR No.009678
Book TitleJain Lekh Sangraha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPuranchand Nahar
PublisherPuranchand Nahar
Publication Year
Total Pages341
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size98 MB
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