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वरमांण (सिरोही)
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सं० १३५१ वर्षे माघ वदि १ सोमे प्राग्वाट ज्ञातीय श्रे० साजण मा० राल्हू पु० पून सीह मा० २ पद्मल जालू पुत्र पदमेन मा० मोहिणि पुत्र विजय सीह सहितेन जिन युगल युग्मं कारितं ॥छ ।
( 968 )
ओं. संवत १४४६ वर्षे वैशाख वदि ११ बुधे ब्रह्माणीय गच्छे महारक श्री मदन प्रात सूरि पह श्री नदिश्वर सूरि पर श्री विजय सेन सूरि पह श्री रत्नाकर सूरि पर श्री हेम तिलक सूरिभिः पूर्वं गुरु श्रेयोघे रंग मंडपः कारापितः ॥
लोटाना (सिरोही)
'( 969 ) संवत १३०८ वर्षे उदे सीह सुत पदम सीह ।
माकरोरा [ सिरोही ]
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श्री सुविधि जिन प्रासादात् माकोड़ा मध्येः । संवत् १७६० वरपे कमल कलसा गच्छे भहारिक श्री मत् रत्नसूरि प० कमल विजय गणि वेठाणा ७ संधाति चौमासु रहा। मंहुता