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(२०६ ) समस्त राजावलो विराजित परम प्रहारक महाराजाधिराज परमेश्वर उमापति वर लब्ध --.-.-.- निज विक्रमे रणांगन विनिर्जित शाकं भरी मूशल श्री मस्कुमार पाल देव कल्याण विजय राज्ये -----
नाडोल।
मारवाडके देसूरी जिलेके समीप यह स्थान भी बहुत प्राचीन है।
श्री आदिनाथजी का मंदिर ।
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ॐ संवत् १२१५ वैशाख सुदि १० भौमे वीसाडा स्थाने श्री महावीर चैत्ये समुदाय सहितः देवणाग नागड जोगड सतैः देम्हाजधरण जसचन्द्र जसदेव जसधवले जसपालैः श्री नेमिनाथ विवं कारितं ॥ वृहद्गच्छीय श्री मट्टीव सूरि शिष्येन पं० पद्मचन्द्र गणिना प्रतिष्टितं ॥
( 834 ) ॐ संवत् १२१५ वैशाख सुदि १० मोमे वीसाडा स्थाने श्री महावीर चैत्ये समुदाय सहितः देवणाग नागड जोगड सुतैः देम्हाजधरण जसचन्द्र जसदेव जसधवल जसपालः श्री शांतिनाथ विवं कारितं ॥ प्रतिष्टितं वृहद्गछीय श्री मन्मुनिचन्द्र सूरि शिष्य श्री मट्टव सूरि विनेवेन पाणिनीय पं० पदमचन्द्र गणिना। यादृिषि चन्द्र खीस्यातां धर्मोजिन प्रणीतोस्ति। सावज्जाया देत जिन युगलं वीर जिन भुवने।