________________
(805)
छादि कुटुंब युतेन पितृव्य सा० चांपा श्रेयोर्थं सुमति नाथ विंवं कारितं प्र० तपा श्री सोम सुन्दर सूरि श्री मुनि सुन्दर सूरि पट्ट े श्री रत्न शेखर सूरिभिः ।
Mast मन्दिर श्रीपार्श्वनाथजीका ।
सभा मण्डप ।
J
( 743 )
ॐ नमो भगवते श्री पार्श्वनाथाय नमः ॥ संवत १८५८ वर्षे माह सुदि ५ शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथौ सोम वासरे राठउड़ वंशे राउत श्री उदयसिंह श्री वाकू पत्राका नगर राज्ये कुपा - श्री त्रां - कीय सहिभिः ॥ श्री विधि पक्ष मुख्याभिधान युग प्रधान श्री पता श्री धर्म मूर्ति सूरि अंचल गच्छीय समस्त श्री संघ में शांति श्रेयोर्थं श्री पार्श्वनाथ प्रासाद कारितः ।
पञ्च तीर्थियों पर ।
( 744 )
सं० १९०३ माह यदि ५ शुक्रे श्री उदयपुर नगर वास्तव्य श्री सहस्र फणा पार्श्वनाथजी की घरिसासांता संघ समस्त मीणक बाई श्री शांतिनाथ पञ्च तीर्थ कारापिसं सपा गच्छे पं० रूप विजय गणिभिः प्रतिष्टितं च ।
दुसरा मंदिर |
---
(775)
संवत १५४० वर्षे जेष्ठ सुदि १० सोमे श्री श्री माल ज्ञातीय पितामह रा० बस्ता पितामही कोल्हणदे सुत पितृ स० पवा मातृ राजू श्रेयोर्थं सुत सं० सहसा सागा सहदे