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जैन-विविध-साहित्य-शास्त्रमाला [८]
जैन लेख संग्रह। कतिपय चित्र और आवश्यक तालिकायों से युक्त।
प्रथम खण्ड।
संग्रह कर्ता पूरणचन्द नाहर, एम. ए., बि. एल., वकील, हाईकोर्ट; रयाल एसियाटिक सोसायटी, पसियाटिक सोसायटी बेंगाल, रिसाचं सोसाइटी विहार-उड़िसा आदि के मेंबर; विश्वविद्यालय कलकत्ता के परीक्षक इत्यादि २
कलकत्ता
चीरसंवत् २४४४
मूल्य-५)