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________________ Photo X.XV. Plate.x.x. लिपिपत्र २५वा. देवल, धार, उदेपर और उज्जैन के लेखों से मुरथ मुस्थ अक्षर. (ई.स. को १०वीं और ११वीं शताब्दी). हिंदी के देवल के लेख से (वि. सं. १९४८- = t...८६). अभई त् ॥ ० ६ ६ मे ६ हा गुदा पार से मिली हुई शिलाकों पर खरे ए राजा भोजरचित 'धर्मशतक बार (.स. की ११वीं शताब्दी). र र क ए भी थ भ ा धो दो मो त्व को छ र ल स शव वाहा ९ परमार राजा उदयादित्य के उदेपुर के लेख से (t. स. को ११वीं मतामो) र 3 दह हर र ह न झा सवा उदयादित्य के समय के उन के लेख के अंत में खुदी हुई पूरी वर्णमाला (t. स. की ११वीं शताब्दी अ आ इ उ ऊ च पृ ११ र ऐअ अ ° : ४ ७ करार छ ड स क ड रु त्रट ठ र ढात व द व न प ३ । उ म य २ ल व श ष स द. मारा माशामताबी दतमाय नमबु । ईका किटमा (H. (साः कमीत रा॥ सोमावियषु कहि - गर्ने यो दुत या विययया कि हि॥ ७ विवि कमजयोः परिव ई भाऊत ५६३ विगल केलि काल Aho! Shrutgyanam
SR No.009672
Book TitleBharatiya Prachin Lipimala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaurishankar H Oza
PublisherMunshiram Manoharlal Publisher's Pvt Ltd New Delhi
Publication Year1971
Total Pages318
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size8 MB
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