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"Aho Shrut Gyanam",
३
Fig. 12 to 16
रा
सु
कालिमास
गिरिहि अनकपल मागासासार
महावीराज महिमा (माहमणका गोमा विशवडी माविमा एक आसारीव एसमाचिता एडस मासमापवता एसस
विदर समासदार व
गोद साई दिसादरताला वागार गंदा व्याथा। एयधि
परसवाड तातिसारा रामदया कासवाकयानारा
समासवाराव सन्ाकासमा असमा
सामतः डिसिति इलाघाटा
समदानी राम्र मेर
रिसाएहिराव एसका लवणस
सायासाठ वीसामयि सारा समधि
समा
समासगम
वाम समय सिद्धना सम्
स रेशिमा
(
पासासा
वास खाकाकरण कल
प्रधा
न पदम
एक सि भार
सडक एकरावर सामा सारस
साठी डास गिटा
दशा
साधीकारी
शे
वराहा दलिय 721 झा
४३
कम मिळा माघारमिदे panentemplating विधा
१२१६
Plale IV