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________________ विषय १. प्रथम - प्रकाश सानुवादन्याय दीपिकाको विषय-सूची पृष्ठ संस्कृत हिन्दी १. मंगलाचरण और ग्रन्थप्रतिज्ञा १ ५ ह २. प्रमाण और नयके विवेचन की भूमिका ४ ३. उद्देशादिरूपसे ग्रन्थकी प्रवृत्तिका कथन ४. प्रमाणके सामान्यलक्षणका कथन ५. प्रमाणके प्रामाण्यका कथन ६. बौद्धके प्रमाण - लक्षण की परीक्षा ७. भाट्टोंके प्रमाण लक्षणकी परीक्षा ८. प्राभाकरोंके प्रमाण - लक्षणकी परीक्षा c. नैयायिकोंके प्रमाण - लक्षणकी परीक्षा २. द्वितीय प्रकाश १०. प्रमाणके भेद और प्रत्यक्षका लक्षण ११. बौद्धोंके प्रत्यक्ष - लक्षणका निराकरण १२. योगाभिमत सन्निकर्षका निराकरण १३. प्रत्यक्ष के दो भेद करके सांव्यवहारिक प्रत्यक्षका लक्षण और उसके भेदों का निरूपण १४ १.८ १८ १६ २० २३ २५ २६ ३१ १४. पारमार्थिक प्रत्यक्षका लक्षण और उसके भेदों का कथन ३४ १५. अवधि आदि तीनों ज्ञानोंको प्रतीन्द्रिय प्रत्यक्ष न हो सकनेकी शङ्का और समाधान ३७ १३५ १३८ १३६ १४४ १४६ १५३ १५३ १५४ १५४ १५६ १५७ १६० १६२ १६४ १६६
SR No.009648
Book TitleNyaya Dipika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharmbhushan Yati, Darbarilal Kothiya
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1968
Total Pages390
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Philosophy
File Size34 MB
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