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पत्र १४
१०४
श्री विमलनाथ भगवंत १ माता का नाम
श्यामा रानी २ पिता का नाम
कृतवर्म राजा ३ च्यवन कल्याणक
वैशाख शुक्ला १२/कंपिलपुर ४ जन्म कल्याणक
माघ शुक्ला ३/कंपिलपुर ५ दीक्षा कल्याणक
माघ शुक्ला ४/कंपिलपुर ६ केवलज्ञान कल्याणक
पौष शुक्ला ६/कंपिलपुर ७ निर्वाण कल्याणक
आषाढ़ कृष्णा ७/सम्मेतशिखर ८ गणधर
___संख्या ५७ प्रमुख मंदर ९ साधु
संख्या ६८ हजार प्रमुख मंदर १० साध्वी
संख्या १ लाख ८ सौ प्रमुख धरा ११ श्रावक
संख्या २ लाख ८ हजार १२ श्राविका
संख्या ४ लाख २४ हजार १३ ज्ञानवृक्ष १४ यक्ष [अधिष्ठायक देव]
षण्मुख १५ यक्षिणी [अधिष्ठायिका देवी]
विदिता १६ आयुष्य
६० लाख वर्ष १७ लंछन [चिह्न-Mark]
वराह [शूकर] १८ च्यवन किस देवलोक से?
सहस्रार [८ वाँ] | १९ तीर्थंकर नामकर्म उपार्जन
पद्मसेन के भव में २० पूर्वभव कितने? २१ छद्मस्थ अवस्था
२ महीना २२ गृहस्थ अवस्था
४५ लाख वर्ष २३ शरीर-वर्ण [आभा]
सुवर्ण २४ दीक्षा दिन की शिबिका का नाम
देवदिन्ना २५ नाम-अर्थ
गर्भ में आने पर माता का शरीर एवं मन
विमल [स्वच्छ] बन गया।
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