________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
अग्निचोरभयं नास्ति, नास्ति तस्याप्यरिभयम् ४ ॐ ह्रीं श्री घंटाकर्ण ! नमोस्तु ते ठः ठः ठः स्वाहा
___ श्रीघंटाकर्ण मंत्र ॐ क्रौं ब्लूँ ह्रीं महावीर ! घंटाकर्ण ! नमोस्तु ते ठः ठः
ठः स्वाहा
माणिभद्र मंत्र ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ब्ली क्रॉ श्रीमाणिभद्रवीराय चतुर्भुजाय हस्तिवाहनाय मम कामार्थ सिद्धिं कुरु कुरु
स्वाहा।
क्षेत्रपाल मंत्र ॐ क्षाँ क्षी हूं क्ष क्षौं क्षः क्षेत्रपालाय नमः, ॐ ह्रीं क्षी सर्वोपद्रवं रक्ष रक्ष स्वाहा।।
श्री गुरुपादुका स्तोत्र अनन्तसंसार समुद्रतार, नौकायिताभ्यां गुरुभक्तिदाभ्याम् । नौकायिताभ्यां गुरुभक्तिदाभ्याम् ।
१०३
For Private And Personal Use Only