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चरक संहिता।
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अंब मांतडे) प्रदर्शकचित्र जिसमें कठसे मलाशयवक कुल आहार नलका(एली! मेंटरी के नाल.AlianeniawwCanch का स्फुटाकार है.
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नलका और २ श्वासनलका जुदीहुई है: १और २ के अंक कास्थान कंठ है जहां ये दोनों गालियां १ अाहार
स्थानों में कुलाहार नलका कंठसे शुदाइतक: रव------हृत्कमल यकृत और दोनों वृक्कोंका है का है
फुप्फुसका है. -नाशय और मृबनलकाओंका है.
बीहाकाहे -----पित्तका है.
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F इस चित्रों के चिन्हसे के अक तर आहार नलका Esofthagns हता
श्रामाशय Stomacy हैसे तक तन्वंत्रका ऊपरी भाग यहांजेन्यू नम मीर: एलिअम. इन तीनोंको नन्बंध वारीक nिali Indistincs करते इस स्थलांत्रक अोभाग - सीकम और १९ यह एसिडेंग कोलन और ॥ ट्रांसबरी कालम डिसेंडिंग सन कहलाती है . इनको मूलांत्र मोटी 'श्रांतें Latre.. hdcationes कहते हैं- १३ को मलाशय Reclhimal
मर१५-१५ ये दोनों वृrKidnry १६ वत्ति मूत्राशय Blarldeekll ||25 गत Live १८ पिना Gali-laddak है १९ श्रीस !! Shirent नया जहां २ का अंक है यह काठको दुरारी श्वासनल RESEAR.
लोकप्स Lunga है और २२ यह हवन Hirint तथा पौनसं दोन पुरय मूत्रनली है और""गुदातेधा नल कार है।
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