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पृष्ठम् सूत्रम्
| पृष्ठम् सूत्रम् : ३८७ क्षेपेऽपिजात्यो-ना ॥५॥४॥१२॥ . ३६७ गमे क्षान्तौ ॥३॥३॥५५॥ ४०७ क्षेमप्रिय-खाण् ॥५॥१॥१०॥ २८१ गमोऽनात्मने ॥४॥४॥५१॥ ४१६ क्षैशुषिपचो-वम् ॥४ारा७८॥ ३७० गमो वा ॥४॥३॥३७॥
९५ गम्ययपः कर्माधारे ॥२।२७४॥
९४ गम्यस्याप्ये ॥२।२।६२॥ १३१ खरखुरा-नस ७३१६०॥ १८१ खलादिभ्योलिन् ॥वारा२७||
१६६ गर्गादेर्यञ् ॥६॥४२॥ १२३ खार्या वा ॥७३।१०२॥
२२४ गर्भादप्राणिनि ॥७१११३९॥ ३५ खितिखीती- ॥१॥४॥३६॥
१३९ गवाश्वादिः ॥३२१११४४॥ १५३ खित्यनव्यया-श्व ॥३।२।१११॥
(१२४ गवि युक्ते २२।७४ ३९५ खेयमृषोये ॥५॥१॥३८॥
(१४७ गवियुधेः स्थिरस्थ ॥ २५॥ ४३७ रुणम् चाभीक्ष्ण्ये ॥५॥४॥४८॥ ४०२ गस्थकः ॥५॥६६॥ २६३ ख्याते दृश्ये ।।५।२८॥ | १९३ गहादिभ्यः ॥६॥३॥६॥
२६८ गहोर्जः ॥४१॥४०॥
३११ गाः परोक्षायाम् ॥४॥२६॥ १९९ गच्छति पथिदूते ॥ २०॥
१८२ गाथिविद-नः ॥७॥४॥५४॥ ५७ गडदवादे-ये ॥१७॥
१७२ गान्धारिसाल्वेयाभ्याम् ६।१।११५ १३६ गड्वादिभ्यः ॥२२१५६॥
| २६८ गापास्थासादा-कः ॥४३९६॥ १७९ गणिकाया ण्यः ॥१७॥
|४०४ गाथोऽनुपसगाहक ॥५।११७४॥ ७. गतिः ॥१॥॥३६॥
१०९ गिरिनदी-द्वा ॥३॥९॥ १५५ गतिकारक-कौ ॥३।२।८५॥
१५७ गिरिनद्यादीनाम् ॥२२३२६८॥ ११८ गतिकन्य-षः ॥११॥४२॥ ८७ गतिवोधा-दाम् ।।२।।५॥
२४४ गुणाङ्गद्वेष्ठेयसू ॥७३॥९॥ ९५ गते गम्येऽध्व वा ॥रारा१०७॥
९६ गुणाद-नवा ॥
२७॥ ९४ गते वाऽनाते ॥२रासद३॥
२३३ गुणादिभ्यो यः ॥२॥५३॥ २७९ गतौ सेधः ॥राश६१
४ गुणोऽरेदोत् ॥३२॥२॥ ११९ गत्यर्थवदोऽच्छः ॥३॥१८॥
२८. गुपौधूपवि-यः॥२४॥ ४१५ गत्यर्थाकर्मक-जेः ॥५॥१॥११॥
२८८ गुपतिजो-सन् ॥२४॥५॥ ३५५ गत्यात्कुटिले ॥४॥११॥
| १२४ गुरावेकश्च ॥२।२।१२४॥ ४२५ गत्वरः॥५।२।७८॥
२७५ गुरुनाम्यादे-र्णोः ॥२४॥४८॥ ३७० गन्धनावक्षे-गे॥२७६॥ १६९ गृष्ट्यादेः॥६८४॥ २८४ गमहनजन-लक ॥३॥२॥४४॥ | ३३५ गृहणोऽपरोक्षायां दीर्घः॥४॥३४॥ ४१९ गमहनविदुल-वा ॥४४८३॥ ३५५ गृलुपसद-गर्थे ॥२४॥१२॥ ४१२ गमां की ॥४॥२८॥
४०१ गेहे ग्रहः ॥५॥१॥५५॥ २८१ गमिषद्यमच्छः ।।४।१०६॥ २३२ गोः॥२५०॥