________________ में भेद है, या तो घटना का कार्य है या कारण का एक प्रमुख अंग है।" इस विधि के दो पहलू हैं-एक भावात्मक और दूसरा निषेधात्मक। यह व्यतिरेक-विधि ही है. जिसके द्वारा कारण-सम्बन्ध प्रमाणित किया जाता है। विश्लेषणात्मक दृष्टि से देखने पर उपर्युक्त परिभाषा में निम्नलिखित बातें सामने आवश्लेषणात्मकरण सम्बन्ध में और दूसराण का एक , (क) किसी घटना के बारे में यह जानना चाहते हैं कि वह कारण है या कार्य। यही खोज की जाने वाली घटना है। इस घटना को हम सिर्फ दो दृष्टान्तों में देखने की कोशिश करते हैं। (ख) इन दोनों दृष्टान्तों अथवा उदाहरणों में एक अवस्था को छोड़कर हम सभी अवस्थाओं में समानता पाते हैं। इन उदाहरणों में केवल एक स्थिति में भिन्नता पाते हैं और वह अमुक अवस्था एक उदाहरण में उपस्थित रहती है और दूसरे में नहीं रहती है। (ग) देखने के वक्त इस खोज या अनुसंधान की जाने वाली घटना को हम एक उदाहरण में उपस्थित देखते हैं और दूसरे उदाहरण में इसे गैरहाजिर देखते हैं। (घ) अब इस स्थिति में, जिसमें हम दोनों उदाहरणों को पृथक् पाते हैं, या तो कार्य समझते हैं अथवा कारण या कारण का एक मुख्य अंग समझते हैं। इस तरह, उपर्युक्त विधि के द्वारा हम कारण सम्बन्ध निश्चित करते हैं। यह विधि निराकरण के सिद्धान्त पर आधारित है-"जब हम घटना के पूर्व आने वाली अवस्था को, घटना पर बिना आघात पहुँचाये हुए यहीं छोड़ सकते हैं तो ऐसी पहले आने वाली अवस्था को या तो कारण कहते हैं या कारण का कोई भाग कहते हैं।" जैसे अगर हम हवा से भरे एक बरतन में घंटी बजाते हैं तो उस घंटी की आवाज सुनाई पड़ती है। फिर उस बरतन से जब हवा बिल्कुल निकाल लेते हैं और घंटी बजाते हैं तो घंटी की आवाज नहीं सुनाई पड़ती है। इन दोनों परिस्थितियों में सभी अवस्थाएँ समान रहती हैं अन्तर इतना ही है कि एक बार बरतन में हवा रहती है और दूसरी बार हवा नहीं रहती है। उपर्युक्त उदाहरणों को देखने से हम इस निष्कर्ष पर आते हैं कि घंटी की आवाज सुनाई पड़ने का एक प्रमुख कारण हवा का रहना है। इसी तरह जब किसी व्यक्ति को एनोफिलीज' मच्छर काटता है तो वह मलेरिया बखार से ग्रसित हो जाता है और फिर जब वह मसहरी की मदद से इस मच्छर के काटने से अपने को बचा लेता है तब उसे मलेरिया ज्वर नहीं होता है। इससे सिद्ध होता है कि 'एलोफिलीज' मच्छर का काटना ही मलेरिया का कारण है चूंकि सभी अवस्थाएँ तो एक ही रहती है, किन्तु सिर्फ एक अवस्था में मच्छर नहीं काटता है। अतः मलेरिया बुखार का होना और न होना मच्छर के काटने और न काटने पर ही निर्भर करता है। इसलिये ऐसा कहना उचित ही है कि दोनों के बीच कार्य-कारण सम्बन्ध है। 131