________________
प्रकाशक: जैन साहित्य सदन पो. छोटी सादडी (मेवाड)
सम्पादकने सर्व हक्क स्वाधीन रखा है
लाइन.
शुद्धिपत्र अशुद्ध विनयरीन रो रहा है कर्मयाग
विनयहीन हो रहा है कर्मवोग
س
है
س
ة
ه
م س م
७८८ ७२४
नौटका नौदफा तर्जनीके नीचेका, चोथा मध्यमाके
नीचे पाचवां अ
-नामिकाके नीचे मावे पावे इक्रीस
इक्कीस पीता पीडा पीडा षोडशा जाप
जाय पाथवी पार्थिवी
मुद्रक: शाह मणीलाल छगनलाल नवप्रभात प्रीन्टींग प्रेस घीकांटारोड अहमदाबाद.