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________________ लेखक परिचय • नाम - प्रज्ञामहर्षि श्री उदयमुनि जी महाराज साहब - श्री उदयलाल जरोली, नीमच (म० प्र०) • सांसारिक नाम * जन्म स्थान - बड़ी सादडी, जिला चित्तौड़ (राजस्थान) पिता - श्री जीतमल जी जरोली * माता - श्रीमती नजर बाई * शिक्षा एम०काम०, एल०एल०बी०, साहित्याचार्य, जैन सिद्धान्त प्रभाकर, साहित्य रत्न पद चार वर्ष इन्दौर के महाविद्यालयों में प्राध्यापक, नीमच महाविद्यालय में विधि आचार्य और प्राचार्य पद पर 12 वर्ष, उसी अवधि में वि०वि० उज्जैन में. विधि अध्ययन परिषद के अध्यक्ष 3 वर्ष, विधि संकाय अध्यक्ष 4 वर्ष, जावद के महाविद्यालय में 5 वर्ष तक प्राचार्य, विक्रम वि० वा० में मान्य पी० एच० डी० निदेशक। इनके मार्गदर्शन में 12 एल०एल०एम० और 2 पी०एच०डी० निकले। *विधि लेखक विश्वविद्यालय में मान्य तीन विधि-ग्रंथ। विधि एवं संविधान सम्बन्धी समसामयिक समस्याओं के सम्बन्ध में दैनिक नई दुनिया इन्दौर कालम लेखक रहे। विधि संकाय अध्यक्ष एवं प्राचार्य विधि अध्ययन परिषद अन्तगर्त विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन (म० प्र०) शिक्षण * आध्यात्मिक लेखन 1. मोक्षमार्ग प्रवचन ग्रन्थ 2. सिद्धान्त बोध 3. क्रान्त दृष्टि 4. तीक्ष्ण दृष्टि 5. संलेखना-संथारा समाधि 6. जैनत्व क्या है? www.deshna.co.in (उपरोक्त सभी ग्रन्थ इस वेबसाइट पर पढ़े और सुने जा सकते हैं।) *वेबसाइट -
SR No.009401
Book TitleJainattva Kya Hai
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaymuni
PublisherKalpvruksha
Publication Year2012
Total Pages84
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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