________________ | संगीत व वास्तु पुस्तक (PDF) मुफ्त डाउनलोड करें (50) देखें www.dwarkadheeshvatu.com कोनों का कटना व बढ़ना जानने की विधि यदि किसी प्लॉट/भवन/कमरे का आकार अधिक टेढ़ा हो तो कोनो व भागों के कटने व बढ़ने का निर्धारण नीचे दिखाए गए चित्र के अनुसार कर सकते हैं। दिशा प्लॉट उत्तर भाग बढ़ गया है। नार्थ-वेस्ट कोना बढ़ गया है नार्थ-ईस्ट कोना कट गया है। LN --- - - - - - -ईस्ट-नार्थईस्ट बढ़ गया है। - - - प्लॉट - - - - - -ईस्ट-साउथईस्ट कट गया है। - - साउथ-वेस्ट कोना कट गया है। / s दक्षिण भाग बढ़ गया है। साउथ-साउथईस्ट बढ़ गया है। नार्थ-ईस्ट भाग बढ़ गया है। विदिशा प्लॉट उत्तर कोना बढ़ गया है। N E -पूर्व कोना कट गया है। -ईस्ट-साउथईस्ट बढ़ गया प्लॉट साउथ-साउथईस्ट कोना कट गया है। W-------- ------- पश्चिम कोना कट गया है। साउथ-वेस्ट भाग बढ़ गया है। साउथ-साउथवेस्ट भाग बढ़ गया किसी एक कोने में बॉलकनी का निर्माण होने के गम्भीर प्रभाव होते हैं। भवन/कमरे में बॉलकनी के प्रभाव कमी दिशा प्लॉट NA नार्थ-नार्थईस्ट भाग में बॉलकनी का सही निर्माण होने से पूरा परिवार सुखी, धन की प्राप्ति, महिलाएँ चतुर, उच्च पद पर कार्यरत व पहली और चौथी संतान को विशेष लाभ। " |निर्माण गलत होने पर अशुभ परिणाम होंगे। भवन ईस्ट-नार्थईस्ट भाग में बॉलकनी का सही निर्माण होने से पूरा परिवार सुखी, पुरूष संतान बुद्विमान, उच्च पद पर कार्यरत व पहली और चौथी संतान को विशेष लाभ होगा। निर्माण गलत होने पर अशुभ परिणाम होंगे। भवन TE w N N पूर्व भाग में बॉलकनी का निर्माण होने से पूर्व बढ़ने के लाभ नहीं मिलेंगे बल्कि ईस्ट-नार्थईस्ट कटने के प्रभाव लागू होंगे। इससे पूरा परिवार परेशान, बीमार, प्रगति न... होना, भय, मान-सम्मान में कमी, पहली और" चौथी संतान को अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशान रहेंगे। भवन ईस्ट-साउथईस्ट भाग में बॉलकनी का निर्माण होने से पुरूष बीमार, भय, कर्जे, झगड़े, मानसिक अशान्ति, आग व चोरी की घटनाएँ,. कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, दूसरी और छठी संतान को अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशान रहेंगे। भवन