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बॉलकनी या निर्माण में कोई एक भाग बढ़ने के प्रभाव
दिशा प्लॉट : महिलाएँ बीमार कर्जे झगडे मानसिक अशान्ति 10: घर के कमाने वाले सदस्य और परा परिवार परेशान बीमार प्रगति दीवालिया होना, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ रहेंगी। न होना, धन की कमी, मान-सम्मान में कमी व पहली और चौथी संतान तीसरी व सातवीं संतान बेटी होने पर उसे अधिक समस्याएँ बेटी होने पर उसे अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशानी रहेगी। व विवाह से परेशानी रहेगी।
8: पुरूष बीमार, झगड़े, मानसिक अशान्ति, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ रहेंगी। तीसरी व सातवीं संतान बेटा होने पर उसे अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशानी रहेगी।
1: घर के कमाने वाले सदस्य और पूरा परिवार परेशान, बीमार, प्रगति न होना, धन की कमी, मान-सम्मान में कमी व पहली और चौथी संतान बेटा होने पर उसे अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशानी रहेगी।
7: घर के मुखिया व पुरूष संतान बीमार, बुरी आदतें, अपराधी होना, जेल जाना, एक्सीडेंट व मृत्यु भी संभव है।
2: पुरूष बीमार, कर्जे, झगड़े, मानसिक अशान्ति, आग व चोरी की घटनाएँ, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, दसरी व छठी संतान बेटा होने पर उसे अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशानी रहेगी।
6घर के मुखिया, पहली व पाँचवीं संतान/ (बेटा होने पर) बीमार, बुरी आदतें, घर से बाहर रहना, अपराधी होना, जेल जाना, एक्सीडेंट व असमय मृत्यु भी संभव है।
5: मुख्य महिला, पहली व पाँचवीं संतान (बेटी होने पर) बीमार, स्वभाव चिड़चिड़ा, मानसिक अशान्ति, एक्सीडेंट व असमय मृत्यु भी संभव है।
4: महिला व स्त्री संतान बीमार, मान-सम्मान में कमी, स्वभाव चिड़चिड़ा होगा व मानसिक अशान्ति रहेगी।
13: महिलाएं बीमार, झगड़े, मानसिक अशान्ति,
आग व चोरी की घटनाएँ, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, दसरी व छठी संतान बेटी होने पर उसे अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशानी रहेगी।
विदिशा प्लॉट
७: घर के कमाने वाले सदस्य और पूरा परिवार परेशान, बीमार, प्रगति न होना, धन की कमी, मान-सम्मान में कमी व पहली और चौथी संतान बेटी होने पर उसे अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशानी रहेगी।
10: महिलाएँ व पुरूष बीमार, स्वभाव चिड़चिड़ा, मानसिक अशान्ति, धन की कमी, पुरूष संतान न होना, प्रशासनिक समस्याएँ, कोर्ट केस,
8: पुरूष बीमार, बुरी आदतें व घर से बाहर रहना संभव है।
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1: महिलाएँ बीमार, कर्जे, झगड़े, मानसिक अशान्ति, आग व चोरी की घटनाएँ, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, दूसरी व छठी संतान को अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशानी रहेगी।
7: महिलाएँ बीमार, कर्जे, झगड़े, मानसिक अशान्ति, दिवालिया होना, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, तीसरी व सातवीं संतान को अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशानी रहेगी।
2 + 3: महिला व स्त्री संतान बीमार, 7 मान-सम्मान में कमी, स्वभाव चिड़चिड़ा होगा व मानसिक अशान्ति रहेगी।
5 + 6 : घर के मुखिया व पुरूष संतान बीमार, बुरी आदतें, अपराधी होना, जेल जाना, एक्सीडेंट व मृत्यु भी संभव है।
4: घर के मुखिया, पहली व पाँचवीं संतान बीमार, बुरी आदतें, घर से बाहर रहना, अपराधी होना, जेल जाना, एक्सीडेंट व असमय मृत्यु भी संभव है।