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दरवाजे दरवाजों की गलत स्थिति होने पर आंशिक प्रभाव होते हैं।
दिशा प्लॉट
शेड द्वारा दिखाई गई सही जगह
नार्थ-वेस्ट
W पश्चिम
W
साउथ-वेस्ट
नार्थ-वेस्ट
24
देखें www.dwarkadheeshvatu.com मुख्य द्वार गलत दिशा में होने पर गंभीर प्रभाव होते हैं। कमरे, रसोई, बाथरूम, स्टोर इत्यादि में
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पश्चिम
साउथ-वेस्ट
N
उत्तर नार्थ-ईस्ट
दिशा प्लॉट
नार्थ-वेस्ट में धन की कमी, महिलाएं बीमार, स्वभाव चिड़चिड़ा व मान-सम्मान कम
होगा ।
ब्रह्मस्थान पूर्व E
दक्षिण साउथ-ईस्ट
S
N
उत्तर
दक्षिण
ब्रह्मस्थान पूर्व
नार्थ-ईस्ट
दिखाई गई दिशाओं में ही
साउथ-ईस्ट
मुख्य द्वार, बेडरूम, रसोई, बाथरूम, स्टोर इत्यादि के दरवाजे बनाएँ ।
शेड द्वारा दिखाई गई गलत जगह में दरवाजे के प्रभाव
ईस्ट - साउथ में पुरूषों को गम्भीर बीमारी, भय लगना, मान-सम्मान व धन की कमी, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, संतान न होना व गर्भपात होना संभव है ।
E
पश्चिम में घर के मुखिया व -पुरूष संतान बीमार, बुरी आदतें, अपराधी होना, जेल जाना, एक्सीडेंट व मृत्यु भी संभव है।
N
साउथ-वेस्ट में घर के मुखिया व पहली संतान - बीमार, बुरी आदतें व घर से बाहर रहना संभव है ।
N
उत्तर नार्थ-ईस्ट
विदिशा प्लॉट
नार्थ-नार्थवेस्ट में महिलाएं बीमार, कर्जे, झगड़े, मानसिक अशान्ति, दीवालिया होना, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, तीसरी व सातवीं संतान को अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशान रहेंगे ।
ईस्ट-साउथईस्ट में महिलाएं बीमार, पुरूषों में भय, कर्जे, झगड़े, मानसिक अशान्ति, आग व चोरी की घटनाएँ, कोर्ट-केस, प्रशासनिक समस्याएँ, दूसरी व छठी संतान को अधिक समस्याएँ व विवाह से परेशान रहेंगे ।
W
विदिशा प्लॉट
नार्थ-वेस्ट
पश्चिम
W
ब्रह्मस्थान साउथ-ईस्ट
साउथ-वेस्ट दक्षिण
उत्तर नार्थ-ईस्ट
पश्चिम
. दक्षिण में महिला व स्त्री संतान बीमार, मान-सम्मान में कमी, स्वभाव, चिड़चिड़ा और जिद्दी व मानसिक अशान्ति रहेगी ।
पूर्वः
नार्थ-वेस्ट ब्रह्मस्थान
पूर्व
S
साउथ-ईस्ट
साउथ-वेस्ट दक्षिण
VED
S