SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 46
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ तन्त्र अधिकार मंन्त्र, यन्त्र और तन्त्र बांध ( 9 ) धन प्राप्ति :- पुष्य नक्षत्र में सफेद अकौआ की जड़ को लाकर द्रव्य के साथ रखने से अष्टसिद्धि नवनिधि की प्राप्ति होती है । मुनि प्रार्थना सागर ( 10 ) दुकान की हाय (नजर) उतारने का टोटका शनिवार के दिन अपने प्रतिष्ठानों के बाहर दरवाजे पर सात हरी मिर्च व नींबू बांध दें। इसे ऐसी जगह बांधे जहां सबकी नजर उस पर पड़े। नींबू व हरी मिर्च की माला बनाकर दुकान पर लगाने से नजर नहीं लगती व व्यापार वृद्धि होती है। ( 11 ) व्यापार स्थलकी हाय (नजर) उतारने का टोटका रविवार के दिन - फिटकरी ३१ बार उतार कर दुकान से बाहर किसी चौराहे पर जाकर उत्तर दिशा में फेंक दें। ( 12 ) दुकान की नजर बाधा - प्रातः काल या सायंकाल पीला नींबू तिजोरी पर ७ बार घुमाकर उसे आढ़ा रखकर काटें व एक टुकड़ा दाईं व एक टुकड़ा बाईं ओर फेंक दें। ( 68 ) मनोकामना पूर्ण तंत्र (1) पुष्य नक्षत्र में श्वेतार्क की जड़ लाकर दाएं हाथ में धारण करने से सौभाग्य प्राप्त होता है। (2) मनोकामना पूर्ण हो- सूर्यमुखी के फूलों का रस निकालकर उसमें चन्दन मिलाएं और उससे चांदी के पतरे पर अपना नाम लिखकर उसे गुगल की धूप दें और उस पतरे को अपने पास रखें तो आपकी मनोकामना पूर्ण हो जायेगी । (3) पुष्य नक्षत्र में पुनर्नवा की जड़ को सम्मान पूर्वक लाकर उसे ऊँ नमः सर्वलोक वंश कराय कुरू - कुरू स्वाहा । मंत्र द्वारा सात बार अभिमंत्रित कर हाथ में बांधने में मनुष्य सभी लोगों में पूजनीय होता है और उसमें सभी लोगों को वशीभूत करने की शक्ति आ जाती है । ( 69 ) सर्व कार्य सिद्धि (1) यदि आपके सभी उपाय निष्फल हो जाएं, तो आप जावत्री, गायत्री चंदन, कुमकुम, कूट, तगर, लौंग, नेत्रवाला, देवदारूव केशर इन सबको लेकर कूटकर धूप बनाकर चासनी में मिलालें फिर गुरु से मंत्र लेकर, घर में ही श्री महायंत्र के सामने, सुबहशाम २१ दिन तक अग्नि में होम करें, व अगर, तगर, गौरोचन को लाल वस्त्र में बॉधकर पूजा स्थल में रखें तथा श्री पारसनाथ की जाप करें व कलिकुण्ड पारसनाथ की पूजा करें तो निश्चित लाभ होगा । ( 70 ) टोने टोटके का असर खत्म हेतू 468
SR No.009382
Book TitleTantra Adhikar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrarthanasagar
PublisherPrarthanasagar Foundation
Publication Year2011
Total Pages96
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy