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सरल सामुद्रिक शास्त्र
पंचांगुली देवी
हाथ मनुष्य का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण अंग है। यह कल्याण की चरम सीमा को धारण करने वाला है, अर्थात् हाथ से ही इस संसार में धन-सम्पत्ति तथा शोभा-श्री प्राप्त की जाती है। इस हाथ की पांचों अंगुलियां अधिष्ठात्री देवियां हैं जो साक्षात् इन्द्र की शक्तियां हैं।
हस्तेन पाणिग्रहणं पूजाभोजनशान्तयः। साध्या विपक्षविध्वंसप्रमुखाः सकलाः क्रियाः ।।
Jain
PANESH
श्री पंचागुली महादेवी