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समाप्ति काल = शुक्र दशा अवधि = समाप्ति काल = सूर्य दशा अवधि = समाप्ति काल = चन्द्र दशा अवधि = समाप्ति काल = मंगल दशा अविध = समाप्ति काल =
2030. 01. 04 20.0000 2024 01. 04 06. 00 2030_01. 100000 2040 01. 04 07 0000 2047 01. 04
अन्तर्दशा साधन विधि महा दशा साधन के पश्चात् अन्तर्दशा साधन किया जाता है। महा दशा का समय दीर्घकालिक होने के कारण विभाजित कर लिया जता है। महादशा काल में सभी ग्रह अपना-अपना महादशा में फल देने की बजाय दूसरे ग्रह की अन्तर्दशा आने पर देता है। अन्तर्दशा निकालने का सूत्र है कि जिस ग्रह की महादशा हो उसके दशा वर्ष को जिस ग्रह की अन्तर्दशा निकालनी हो के दशावर्षों से गुणा करके 120 से भाग दे देना चाहिएसूत्र = महादशा वर्ष x जिस ग्रह की अन्तर्दशा निकालनी हो उसके दशा वर्ष
120 जैसे सूर्य महादशा में चन्द्र की अन्तर्दशा निकालनी है तोसूर्य महादशा वर्ष x चन्द्र महादशा वर्ष
120 अर्थात = 6x 10
__120 = 6 मास चन्द्र अन्तर्दशा
इसी प्रकार सभी ग्रहों की अन्तर्दशा निकाल लेनी चाहिए। आगे सुविधा के लिए अन्तर्दशा सारिणी दी जा रही है।