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2.वृष राशि में शनि हो तो जातक असत्य भाषी, द्रव्यहीन, मूर्ख, वचनहीन, सफल, एकान्तप्रिय, छोटी-छोटी बातों के कारण चिंतित एवं संयमी होता है। 3.मिथुन राशि में शनि हो तो जातक दुराचारी, कपटी, कामी, पाखण्डी, निर्धन, दुःखी एवं संकीर्ण मन वाला होता है। 4.कर्क राशि में शनि हो तो जातक, गरीब, कमसन्तान, बाल्यावस्था में दुखी, मातृरहित, प्राज्ञ, उन्नतिशील, विद्वान, हठी एवं स्वार्थी होता है। 5.सिंह राशि में शनि हो तो जातक लेखक, अध्यापक, कार्यदक्ष, हठी, कमसन्तान, अभागा एवं ईर्ष्यालु स्वभाव वाला होता है। 6.कन्या राशि में शनि हो तो जातक मितभाषी, परोपकारी, लेखक, कवि, सम्पादक, धनवान्, बलवान्, निश्चित कार्य कर्ता, ईर्ष्यायलु स्वभाव, असभ्य, निर्बलस्वास्थ्य एवं पुराने विचारों वाला होता है। 7.तुला राशि में शनि हो तो जातक राजनीति में रुचि रखने वाला, प्रसिद्धनेता, धनी, सम्मानित शक्तिशाली, दानशील, परस्त्रियों में रुचि, सुभाषी, यशस्वी, स्वाभिमानी एवं उन्नतिशील होता है। 8. वृश्चिक राशि में शनि हो तो जातक संकीर्ण विचारों वाला, हिंसक, कठोरहृदय, उतावला, कमजोर स्वास्थ्य, बुरी आदतें, दुःखी, विष से खतरा, निर्धन स्त्रीहीन, क्रोधी, कठोर एवं लोभी होता है। 9. धनु राशि में शनि हो तो जातक व्यवहारज्ञ, पुत्र की कीर्ति से प्रसिद्ध सदाचारी, वृद्धावस्था में सुखी, सक्रिय, चतुर शान्तिप्रिय, दुःखी विवाहित जीवन एवं धनी होता है। 10.मकर राशि में शनि हो तो जातक कुशाग्र बुद्धि, परिश्रमी, आस्तिक भोगी, मिथ्याभाषी, शिल्पकार, प्रवासी, अच्छा घरेलू जीवन, विद्वान्, सन्देह करनेवाला, बदला लेने वाला एवं दार्शनिक होता है। 11.कुम्भ राशि में शनि हो तो जातक नीतिदक्ष, कुशाग्र बुद्धि, शक्तिशाली शत्रु, योग्य, सुखी, व्यसनी, नास्तिक एवं परिश्रमी होता है। 12.मीन राशि में शनि हो तो जातक अविचारी, शिल्पकार हतोत्साही, धनी, प्रसिद्ध, सुखी एवं दूसरों की सहायता करने वाला होता है।
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