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________________ मंत्र यंत्र और तंत्र मंत्र अधिकार - मानुष वस्य ॐ ठः ठः ठः स्वाहा । विधि - इस मंत्र से फूल 108 बार मंत्रित कर जिसे सुंघावे वह वश होय । ॐ सरूपे योर प्रहार चंडालि स्वाहा । ( 44 ) वशीकरण मन्त्र विधि - चिता की भस्म इस मुनि प्रार्थना सागर मंत्र से 108 बार मंत्रित कर जिस पर डालें वह वश होय । ( 53 ) पुरुष (राजा) वशीकरण मंत्र (1) पुरुष वशीकरण मंत्र - (अ) ॐ ह्रीं क्रीं ऐं ह्रीं परमेश्वरी स्वाहा। विधि - इस मंत्र का एक लाख जाप करने से पुरुष वश में होता है। (2) ॐ औँ ह्रीं क्रों एहि एहि परमेश्वरी स्वाहा । विधि- लाल वस्त्र पहिनकर लाल माला से एक लाख जाप जपने से पुरुष वश में होता है । (3) पुरुषस्खलित मंत्र: ऊँ चले चलचित्त मातंगीरेत्तो मुंच मुंच स्वाहा । विधि : इस मंत्र से कनेर के फूलों की अभिमंत्रित करके पुरुष के आगे फेंकने से पुरुष स्खलित हो जाता है। (4) स्वामी वश्य मंत्र : " ॐ पद्मप्रभे पद्मसुंदरि धर्मेषे ठः ठः।" विधि : यह मंत्र तीन लाख जाप से सिद्ध होता है। यदि मंत्र जपता हुए क्रोधित स्वामी के सामने जावें तो वह प्रसन्न होकर इच्छित वस्तु देवें । (5) राजा आकर पैर पड़े मंत्र - ॐ वँ वँ बुवण वर्द्धमान । विधि - मंत्र के प्रभाव से राजा आकर पांव पड़े। (6) राजा प्रजा वश होय - ॐ जल कंपै जलधर कंपै सौ पुत्र चंडिका कंपै राजा रूठो कहा करे सिंघासन छाडि बैठे जब लगई चंदन सिर चडाउं तब गीत्र भुवन पांव पडाउं ह्रीं फट् स्वाहा । विधि - चंदन को १०८ बार मंत्रित करके तिलक लगाने से राजा प्रजा सर्व ही वश में होते हैं। (7) राजा प्रसाद पावें मंत्र - ॐ तारे महाविद्ये राज मोहनं कुरु कुरु स्वाहा । विधि - इस मंत्र से थूक को सात बार मंत्रित करके लगावें तो राजा प्रसाद पावें । ( 8 ) राजा वशी मंत्र - ॐ नमो भगवती गंगे काली काली महाकाली स्वाहा । विधि - बायें पांव के नीचे की मिट्टी वाम हाथ से ग्रहण करें फिर उस मिट्टी को सात बार मंत्रित करें फिर अपने मुख पर लगावें फिर राजकुल में प्रवेश करें और राजा को जैसा कहें तो राजा वैसा ही करे। 151
SR No.009369
Book TitleMantra Adhikar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrarthanasagar
PublisherPrarthanasagar Foundation
Publication Year2011
Total Pages165
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
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