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________________ प्रियदर्शिनी टीका भ . महानिप्रन्यस्वरुप निस्पणम ६२५ रहित मन मे ज्ञानावरणीयादिक सनपम्य =नयनोत्ना विपुलोत्तम= त्रिपुलम् - श्रनन्तानामपि तत्रावस्थिते', उत्तमम् उत्कृष्टतम प्रधानत्वात् उभयो' वारय, = नित्य स्थान = मुक्तिपताग्य स्थानम् उपैति = मानोति । 'चारितमायार' इत्यन मारी प्राकृतत्वात् । ५२॥ अधोपदेशमुपसहरन्नाह- मृल्मूgricते वि महातबोधणे, महामुनी महापंडणे महाजसे । महानियदिजमण महासुअ से काहऐं महया वित्रेण ॥५३॥ डाया--एवमुग्रान्ती र महातपोधनां, महामुनि महामतिज्ञा महायशाः । महानिर्ग्रन्थीयमिद महायुत, स कथयति महता विस्तरेण ॥ ५३ ॥ टीका--'घुग्गदते' इत्यादि । उग्रदान्तः उग्रवासों दान्तश्चेति कर्मधारय, उग्र. कर्मशत्रु प्रत्युग्ररूपत्वाद, यशख्यात चारित्र का पालन करके (निरामवे - निरास्रवः) प्रागातिपात श्रादि द्वारा होने वाले आस्रव से रहित होता हुआ (कम्म सग्ववियाण-कर्म सक्षपन) ज्ञानावरणीयादिक क्मों को क्षपित करके (विउत्तम धुव ठाण उas - विपुलोत्तमं व स्थान- उपैति ) विस्तृत - अनन्तसिद्धों का भी उसम अवस्थान होने से विशाल - तथा प्रधान होने से सर्वोत्कृष्ट ऐसे नित्य - अविचलित मुक्तिपद नामक स्थान को प्राप्त कर लेता है| मावार्थ- जो मुनि चारित्राचार गुणान्वित होकर यथाख्यात चारित्र का पालन करता है वह निरास्रव हो कर ज्ञानावरणीयादिक कर्मों का विनाश कर विपुल, उत्तम व ध्रुव मुक्तिस्थानमें जाकर विराजमान हो जाता है || तर सयम पालयित्वा प्रधान सयभ - यथाभ्यत थाग्निनु पाउन अने नि 7निरास्रा. प्रातिपात याहि भासवधी रहित जनीने म्म्म सखत्रिय ण-मे सक्षपग्य ज्ञानावर्थाधि भने क्षति ने विउत्तम धुत्र ठाण उवेट - विपुलाम मुत्र स्थान उपैति विस्तृत - अनन्त सिद्धोनु याशु तेमा अवस्य न होवाथी निशाणતથા પ્રધાન હોવાથી સર્વોત્કૃષ્ટ એવા નિત્ય અવિચનિત મુક્તિપદ નામના સ્થનને પ્રાપ્ત કરી લે છે ભાવા—જે મુનિ ચારિત્રાચાર ગુણન્વિત બનીને યથાખ્યાત ચારિત્રનુ પાલન કરે છે તે નિરસત્ર બનીને જ્ઞાનાવરણીય કે કર્મોના વિનાશ કરીને વિપુલ ઉત્તમ અને ધ્રુવ મુક્તિ સ્થાન ઉપર જઈને બીરાજમાન થઈ જાય છે। પગા ७८
SR No.009354
Book TitleUttaradhyayan Sutram Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1961
Total Pages1130
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_uttaradhyayan
File Size33 MB
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