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________________ प्रियदर्शिनी टीका अ २० महानिर्मन्थस्वरुप निम्पणम ६०५ रहित मन मे = ज्ञानावरणीयादिन सक्षपग्य=भय नोत्ना विपुलोत्तम= त्रिपुलम् - अनन्तानामपि तावस्थितेः, उत्तमम् = उत्कृष्टतम पधानत्वात् उभयो रयः, = नित्य स्थान = मुक्तिपदाग्य स्थानम् उपरि=प्राप्नोति । 'चारितमायार' इत्यन मकारी प्राकृतत्वात् । ५२॥ अथोपदेशमुपसहरन्नाह- मृल्मू एवग्दते वि महातबोधणे महामुंणी महापॅडणे महार्जसे । महानियठिजमण महासुअ से काहऐं महयें। वित्रेण ॥५३॥ डाया--एवमुग्रान्तो महातपोधना, महामुनि महामतिज्ञा महायशाः । महानिर्ग्रन्थीयमिद महाश्रुत, स कथयति महता विस्तरेण ॥ ५३ ॥ टीका--'युग्गदते' इत्यादि । उग्रदान्तः उग्रवासौ दान्तचेति कर्मधारयः उग्रः कर्मशत्रु प्रत्युग्ररूपत्वात्, यशख्यात चारित्र का पालन करके (निरासवे-निरास्रवः) प्रागातिपात श्रादि द्वारा होने वाले आस्रव से रहित होता हुआ (कम्म सम्ववियाण - कर्म सक्षपग्य) ज्ञानावरणीयादिक क्भों को क्षपित करके (विलुत्तम धुव ठाण उवेड - विपुलोत्तमं व स्थान - उपैनि) विस्तृत - अनन्तसिद्धों का भी उसमे अवस्थान होने से विशाल - तथा प्रधान होने से सर्वोत्कृष्ट ऐसे नित्य - अविचलित मुक्तिपद नामक स्थान को प्राप्त कर लेता है। मावार्थ - जो मुनि चारित्राचार गुणान्वित होकर यथाख्यात चारित्र का पालन करता है वह निरास्रव हो कर ज्ञानावरणीयादिक कर्मों का विनाश कर विपुल, उत्तम एव ध्रुव मुक्तिस्थानमें जाकर विराजमान हो जाता है ||२|| -- तर सयम पालयित्वा प्रधान सयभ-यथाय्यत यास्त्रिनु पाउन जीने नि 17निरास्रा प्रातिपात याहि मासवथी रहित जनीने म्भ सखत्रियण-म सक्षपग्य ज्ञानावर्थाधि भने क्षमित ने विउलुत्तम धुत्र ठाण उवे - निपुलाम व स्थान उपैति विस्तृत - अनन्त सिद्धोनु पशुतेमा अवस्य न होवाथी निशाणતથા પ્રધાન હોવાથી સર્વોત્કૃષ્ટ એવા નિત્ય અવિનિત મુક્તિપદ નામના સ્થનને પ્રાપ્ત કરી લે છે ભાવાથ—જે મુનિ ચારિત્રાચાર ગુણન્વિત બનીને યથાપ્યાત ચારિત્રનુ પાલન કરે છે તે નિર સવ બનીને જ્ઞાનાવરણીય ક કર્મોને વિનાશ કરીને વિપુલ ઉત્તમ અને ધ્રુવ મુક્તિ સ્થાન ઉપર જઈને બીરાજમાન થઈ જાય છે ! પગા ७८
SR No.009354
Book TitleUttaradhyayan Sutram Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1961
Total Pages1130
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_uttaradhyayan
File Size33 MB
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